राजधनवार. धनवार के नवागढ़ चट्टी स्थित श्री सीताराम सेवा आश्रम झलबाद में तीन दिवसीय श्री श्री रुद्र यज्ञ आयोजन को लेकर मंगलवार को महंत सीताराम शरण महाराज के मार्गदर्शन में कलश यात्रा निकाली गयी. वापसी के बाद वेदी पूजन के साथ यज्ञ शुरू हुआ. भक्तों को संबोधित करते हुए महंत सीताराम शरण ने कहा कि सनातन परंपरा में हवन या यज्ञ की महत्वपूर्ण भूमिका हैं. इनके बिना अधिकांश मांगलिक कार्य पूर्ण नहीं होते हैं.
शुद्धिकरण और भगवान के आह्वान के लिए हवन या यज्ञ आयोजित किया जाता है. हवन में प्रज्ज्वलित की जाने वाली अग्नि का मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व हैं. इसलिए इन्हें देवता के रूप में भी पूजा जाता है. कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हवन या यज्ञ के आयोजन से देवताओं को आहुति प्रदान की जाती है. विवाह, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार इत्यादि में हवन जरूर किया जाता है.हवन व यज्ञ का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व
आचार्य मदन मोहन शास्त्री ने कहा कि हवन और यज्ञ का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व है कि संस्कृत के यज् धातु से यज्ञ शब्द बना है. जिस स्थल पर देवताओं का आह्वान पूजन द्वारा उनको अग्निमुख से वस्तु प्रदान किया जाता है, उसे यज्ञ कहते हैं. बताया गया कि बुधवार को महाशिवरात्रि पर शिव बारात का आयोजन होगा और गुरुवार को पूर्णाहुति के साथ यज्ञ संपन्न होगा.इन्होंने निभायी अहम भूमिका
कार्यक्रम में मुख्य यजमान सदानंद प्रसाद व माया देवी ने अनुष्ठान शुरू किया. कार्यक्रम की सफलता में छत्रधारी वर्मा, सकलदेव वर्मा, शुकदेव महतो, विनोद प्रसाद, घनश्याम चौधरी, अनिल यादव, नोखलाल यादव, द्वारिका महतो, रामचंद्र यादव, भुनेश्वरी देवी, सुमित्रा देवी, संजय सिंह, नरेश सिंह, सुरेन्द्र सिंह, अशोक सिंह ने अहम भूमिका निभायी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

