गिरिडीह-पचंबा फोरलेन रोड निर्माण कार्य को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है. सड़क निर्माण में हो रही देरी का मुख्य कारण अतिक्रमण माना जा रहा है. इसको देखते हुए सदर एसडीएम श्रीकांत यशवंत विष्पुते ने शुक्रवार को पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सड़क अतिक्रमणों को एक सप्ताह में अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया. कहा कि ऐसा नहीं करने पर प्रशासन सख्त कदम उठाएगा. एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान संबंधित दुकानदारों और स्थानीय लोगों से सीधा संवाद किया. कहा कि कई जगहों पर सड़क की जमीन पर दुकान, शेड और अस्थायी ढांचा खड़ा कर लिया गया है. अतिक्रमण के कारण निर्माण एजेंसी को काम में परेशानी हो रही है. काम की गति काफी धीमी है. उन्होंने कहा जिन-जिन जगहों पर अतिक्रमण पाया गया है, वहां मार्किंग कर दी गयी है. अब संबंधित लोगों को सात दिनों का समय दिया जा रहा है. यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो प्रशासन खुद कार्रवाई करेगा. कहा कि फोरलेन परियोजना जिले के लिए अहम है. इसके बन जाने से न केवल यातायात व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि शहर का विकास भी तेज गति से होगा. लेकिन अवैध कब्जे और अनियमित ढांचों की वजह से कार्य में लगातार बाधा आ रही है. एसडीएम ने साफ कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता जिले में विकास कार्यों को समय पर पूरा कराना है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

