नौ प्रमुख विषयों पर पंचायतों के प्रदर्शन को आंकता है यह सूचकांक
डीसी रामनिवास यादव के निर्देशानुसार नगर भवन में पंचायत उन्नति सूचकांक विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन डीडीसी स्मृता कुमारी, अपर समाहर्ता विजय सिंह बिरूआ, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत यशवंत विस्पुते, जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी तेज कुमार हस्सा समेत अन्य पदाधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया उक्त अवसर पर डीडीसी स्मृता कुमारी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य पंचायत स्तर पर उन्नति और कार्यों में सुधार के लिए अधिकारियों को प्रोत्साहित करना था. उन्होंने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक एक परिवर्तनकारी उपकरण है जो देशभर की 2.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों की प्रगति को मापने के लिए तैयार किया गया है. यह सूचकांक स्थानीयकृत सतत विकास लक्ष्य के तहत नौ प्रमुख विषयों पर पंचायतों के प्रदर्शन को आंकता है. पंचायतों के समुचित मूल्यांकन हेतु पीएआई पोर्टल पर समय पर और सटीक डाटा अपलोड किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यदि पंचायतों का कार्य अच्छा भी है, लेकिन पोर्टल पर दस्तावेजीकरण नहीं है, तो रैंकिंग में वे पीछे रह सकती है उन्होंने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. जिसके माध्यम से प्रत्येक पंचायत के विभिन्न विकास सूचकों—जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, पोषण, कृषि, महिला सशक्तिकरण एवं आधारभूत संरचना के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा. इस सूचकांक के आधार पर पंचायतों की रैंकिंग निर्धारित की जाएगी और कमज़ोर क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे. इस दौरान पंचायत उन्नति सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बीडीओ, सीओ एवं पंचायत के मुखिया को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.इन विषयों पर पंचायत का प्रदर्शन आंकेगा सूचकांक
गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत पंचायतस्वस्थ पंचायत
बाल-अनुकूल पंचायत
जल-पर्याप्त पंचायतस्वच्छ एवं हरित पंचायत
आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा
सामाजिक रूप से न्यायसंगत और सुरक्षित पंचायत
सुशासन युक्त पंचायतमहिला हितैषी पंचायत
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