Giridih News: तिसरी प्रखंड के सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल कबूतरी पहाड़ी पर कार्तिक पूर्णिमा पर आगामी पांच नवंबर को भारी भीड़ होगी. वर्षों बाद भी कबूतरी पहाड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं बनने से लोगों में नाराजगी है. इससे श्रद्धालुओं को कबूतरा नाथ बाबा पर जलाभिषेक करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्रशासनिक आश्वासन के बाद भी कबूतरी पहाड़ी तक जाने को सड़क नहीं बनने से लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. तिसरी प्रखंड मुख्यालय से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर हरे भरे जंगलों, छोटे बड़े मनमोहक पहाड़ों, खूबसूरत वादियों और कलकल बहती नदियों के बीच कबूतरी पहाड़ी की गुफा में आपरूपी निकले शिवलिंग को कबूतरा नाथ बाबा के नाम से जाना जाता है. वहां प्रत्येक सोमवार को पूजा की जाती है. खासकर कार्तिक पूर्णिमा के दिन धूमधाम से यहां पूजा अर्चना की जाती है. यहां की एक खासियत है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां श्रद्धालुओं को साक्षात नाग के दर्शन हो जाते हैं. जहां जो श्रद्धालु सच्चे मन से बाबा की पूजा अर्चना करते हैं, तो उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है. यही वजह है कि यह स्थान तिसरी प्रखंड के सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल के रूप में विख्यात है. यही वजह है कि यहां पूजा अर्चना करने और बाबा का जलाभिषेक करने गिरिडीह जिले के अलावा झारखंड बिहार के कई जिलों से लोग यहां आते हैं और पूजा अर्चना करने के साथ यहां की खूबसूरत वादियों का लुत्फ उठाते हैं. विडंबना यह है कि पहाड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है. इससे श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई बड़े नेता और अधिकारी भी यहां जलाभिषेक करने पहुंचे हैं. नेताओं व अधिकारियों ने भी कई बार लोगों को आश्वासन दिया है कि पहाड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क बनवायी जायेगी और इसे एक बड़े तीर्थस्थल का दर्जा दिलाया जायेगा. जिले के अधिकारियों द्वारा भी कबूतरी पहाड़ी के सौंदर्यीकरण की बात कही गई थी. दो वर्ष पूर्व यहां कर्मचारियों को निरीक्षण करने के लिए भेजा गया था, लेकिन सरकार द्वारा कबूतरी पहाड़ी को तीर्थस्थल का दर्जा देना और इसकी सौंदर्यीकरण करना तो दूर, उक्त स्थल तक पहुंचने के सड़क तक नहीं बनायी गया है. इसके फलस्वरूप लोगों की परेशानी बनी हुई है. अब चूंकि कार्तिक पूर्णिमा छह दिन बाद यानि आगामी पांच नवंबर को है और इस दिन यहां भारी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते हैं, तो सड़क नहीं बनने से लोगों में नाराजगी है. लोगों का मानना है कि केवल यहां पहुंचने के लिए सड़क बन गयी, तो यह जगह खुद बखुद झारखंड राज्य में प्रसिद्ध तीर्थस्थल के रूप में अव्वल स्थान प्राप्त कर लेगा. तिसरी पंचायत के मुखिया किशोरी साव ने कहा कि कई वर्षों से क्षेत्र के लोगों की मांग रही है कि इस पहाड़ी तक रास्ता बनाया जाय, लेकिन यह क्षेत्र की बदकिस्मती ही है कि इस ओर किसी ने ध्यान तक नहीं दिया है. इस कारण यहां तक पहुंचकर पूजा पाठ करनेवालों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. कहा कि इस बार चाहे मनरेगा से हो या कोई अन्य मद से हो, हर हाल में यहां तक पहुंचने के लिए सड़कें बनवायी जायेंगी.
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