माले के प्रखंड सचिव मनोवर हसन बंटी की अगुआई में हुए आंदोलन में जिला सचिव अशोक पासवान, जिला सदस्य विजय पांडेय और जमुआ विधानसभा प्रभारी रामकिशन यादव सहित कई पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे. मौके पर जिला सचिव ने आरोप लगाया कि पीड़ित परिवार के आवेदन के तीन दिन बीत जाने के बाद भी जमुआ पुलिस मामले को ले गंभीर नहीं है. इससे परिजनों का अंदेशा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कोडरमा सांसद और जमुआ विधायक को भी आड़े हाथों लिया. जमुआ विधानसभा प्रभारी रामकिशन यादव ने पुलिस पर गरीबों के मददगार न बन पाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि थाना से महज 500 मीटर दूर से बच्चे का अपहरण हो जाता है और पुलिस गंभीर नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि अमीर लोगों के बच्चे लापता हो जाने पर पुलिस रात-दिन एक कर देती है, वहीं गरीब परिवार के सदस्य के लापता होने पर पुलिस सुस्त क्यों पड़ जाती है. जिप सदस्य विजय पांडेय ने आंदोलनकारियों को समझाने आये एसआई रोहित सिंह से अपील करते हुए कहा कि वे पुलिस के मददगार हैं और सप्ताह भर में बच्चे की सकुशल बरामदगी नहीं हुई, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी.
ये थे मौजूद
प्रतिवाद मार्च में इंनौस नेता असगर अली, रीतलाल प्रसाद वर्मा, मीना दास, बाबूलाल महतो, बाबूलाल मंडल, वासुदेव ठाकुर, अरुण विद्यार्थी, रंजीत यादव, जितेंद्र सिंह, भागीरथ पंडित आदि भी मौजूद थे. जमुआ एसआई रोहित सिंह ने धरनार्थियों को आश्वासन दिया कि पुलिस बच्चे की बरामदगी के लिए लगातार काम कर रही है और सभी तरह की इनपुट पर कार्रवाई की जा रही है.
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