होली के अवसर पर सम्मेद शिखर की पावन धरा मधुबन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसकी शुरुआत हो गयी है. मधुबन स्थित जैन श्वेतांबर सोसाइटी अंतर्गत भोमिया बाबा के परिसर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. यहां देश-विदेश से तीर्थयात्री भी पहुंचने लगे हैं. बाजारों में रौनक लौट गयी है. मधुबन की होली पूरी तरह आध्यात्मिक होली होती है. इसमें रंग व गुलाल की कोई भूमिका नहीं होती है. इसके कारण होली पर मधुबन में जैन धर्मावलंबियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है. महीनों पूर्व से ही धर्मशालाओं के अधिकांश कमरे आरक्षित हो चुके हैं. संस्थाओं में भी होली की तैयारी की गयी है. मधुबन के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना भी शुरू हो गयी है. मंदिरों के रंग-रोगन, तोरणद्वार व पंडाल निर्माण का काम किया गया.
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