बैठक में सभी सदस्यों ने कहा कि जिले में पिछले साल 2024 के नवम्बर- दिसम्बर में भी सहायक निदेशक ने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए नोटिस जारी किये और टाइपिंग मिस्टेक बताते हुए किनारा कर लिया. साल बाद फिर से यही कर रहे हैं. दवा विक्रेता संघ के सचिव सुजीत कपीसवे ने कहा कि दवा दुकानदारों को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. इसके बाद औषधि विभाग के सहायक निदेशक अमरेश कुमार ने खेद जताया और कहा कि आप लोगों की परेशानियों पर गंभीरता से ध्यान दिया जायेगा. सदस्यों को विश्वास दिलाया कि फिर से ऐसी त्रुटी नहीं होगी. बैठक राजेश कुमार, रोहित अग्रवाल, संजीव जलान, मुकेश केशरी, मनोज खंडेलवाल, बिपिन गुप्ता, दानिश, रमेश गुटगुटिया, ओम प्रकाश गुटगुटिया, लक्ष्मण केडिया, किशन केडिया, मृत्युजंय गुप्ता, कपिल पंडित, प्रेम मिश्रा, राजधनवार से अरविंद सरैया आदि मौजूद थे.
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