राहुल कुमार, मेराल विकास के तमाम दावों के बीच मेराल प्रखंड की अरंगी पंचायत के कुंभ गांव का सुकठवा टोला आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. तीनों ओर से पहाड़ों से घिरे इस टोले के लगभग 25 परिवार पेयजल, सड़क और आवास जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए आज भी संघर्ष कर रहे हैं. प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा करीब एक वर्ष पूर्व समाधान का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. टोले में रहने वाले ग्रामीणों के लिए पेयजल की समस्या सबसे गंभीर है. बताया गया कि गांव के दोनों चापाकल महीनों से खराब हैं. ग्रामीण मुनीराम ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही दोनों चापाकल खराब हो गये थे. जल जीवन मिशन के तहत यहां एक जलमीनार (पानी टंकी) भी बनायी गयी, लेकिन आज तक चालू नहीं हो पायी है. ग्रामीण रमेश राम ने कहा कि नल लगे हैं, पर उनमें आज तक एक बूंद पानी नहीं आया. प्यास बुझाने के लिए अब ग्रामीण स्कूल के एकमात्र चापाकल पर निर्भर हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल के साथ-साथ सड़क और आवास की भी भारी कमी है. रामप्रवेश राम ने बताया कि टोले में आज तक कोई सरकारी योजना नहीं पहुंची है, न सड़क बनी है और न ही किसी को आवास मिला है. पंचायत सचिवालय तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को करीब 9 किलोमीटर का कठिन पहाड़ी रास्ता तय करना पड़ता है.
फंड की कमी के कारण हो रहा विलंब : मुखियाअरंगी पंचायत की मुखिया विमला देवी ने बताया कि समस्या के समाधान का प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि फंड की कमी के कारण काम में विलंब हो रहा है. जलमीनार चालू है, लेकिन पानी क्यों नहीं मिल रहा है इसकी जांच करायी जायेगी.
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