झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. पुराने समाहरणालय स्थित जेएसएलपीएस कार्यालय के समक्ष कर्मी हड़ताल पर बैठे और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाये. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार पासवान ने की. बता दें कि प्रखंड व जेएसएलपीएस के जिला कार्यालय से जुड़े कुल 113 कर्मी हड़ताल पर गये हैं. इनके हड़ताल पर जाने की वजह से समूह के बैंक लिंकेज के कार्य, समूह का नियमित बैठक, एसएचजी का लेन देन, कैडर का मानदेय भुगतान, कन्वर्जेंस कार्य, दीदी बगिया योजना, दीदी बाडी योजना, मोबाइलाइजेशन, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम, समूह ग्राम संगठन संकुल संगठन को विभिन्न ग्रांट एवं राशि का हस्तांतरण, किसान उत्पादक समूह के उत्पादन आदि प्रभावित कार्य प्रभावित हो गये. जिला सचिव सह राज्य महासचिव विजय कुमार ने कहा कि जेएसएलपीएस के अंतर्गत कार्यरत वे सभी कर्मी अपने हित व वर्तमान परिस्थितियों के संदर्भ में अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे सभी ग्रामीणों व ग्रामीण क्षेत्र के विकास को लेकर सौंपी गयी जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन कर रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है. इस मौके पर तेजू खरवार, गिरिजेश शर्मा, अभिज्ञान प्रसून, जोश लकड़ा, अंकित तिर्की, मोनिका डॉडराय, गुड्डी कुमारी, निधी भारती, अजित कुमार, सुनील कुमार, गुलाम जिलानी आदि मौजूद थे.
जेएसएलपीएस से जुड़े कर्मी एनएमएमयू पॉलिसी लागू करने, पलास जेएसएलपीएस को सोसाइटी एक्ट से समाप्त करते हुए आजीविका कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा देने व उसी अनुरूप सुविधायें देने, वरीयता, अनुभव व योग्यता के आधार पर उच्चस्तरीय पदों पर आंतिरिक प्रोन्नति देने, 10 प्रतिशत वार्षिक दर से वेतन वृद्धि करने, गृह जिले के निकटवर्ती प्रखंडों में पदस्थापना करने आदि मांग शामिल है.
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