रंका (गढ़वा) : पाकिस्तान से भारत लायी गयी गुड्डी उर्फ गीता नामक लड़की को रंका प्रखंड के एक माता-पिता ने उपायुक्त से मिलकर अपनी पुत्री होने का दावा किया है. उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ जावेद अनवर इदरीसी ने शनिवार को गाँव पहुँच कर लड़की के पिता विजय राम, माँ माला देवी एवं गाँव वासियों से पूछताछ कर जानकारी ली. सभी ने विजय राम की पुत्री होने की सहमति दी.
लड़की की माँ माला देवी ने बताया कि वह वर्ष 2008 में परिवार के साथ धान काटने रोहतास के कोचस थाना के कथराईं गयी थी. इस दौरान वहीं उसी गाँव के सुमेर राम के पुत्र सुदेश्वर राम से गुड्डी की शादी करने की सहमति बन गयी. वर्ष 2008 में ही एक मार्च को गुड्डी की बारात आयी. हिन्दू रीति रिवाज से विवाह हुआ. गुड्डी को ससुराल जाने के बाद उसे ससुराल वालों ने बहुत प्रताड़ित करना शुरू कर दिए. इससे तंग आकरगुड्डी अगस्त 2008 में ससुराल से ही लापता हो गयी. उस समय उसकी पुत्री की उम्र 15वर्ष थी. बेटी को लापता होने की सूचना देने उसका भैंसुर कैलाश राम बांदु आया. बेटी की बहुत खोजबीन की गयी. परंतु कहीं पता नहीं चला. इसके बाद उसने एक साल बाद गढ़वा कोर्ट में दहेज प्रताड़ना का केस किया किया. वहां से कुछ कार्रवाई नहीं हुआ. थक-हार कर घर बैठ गए.
लड़की के माता-पिता ने बताया किदो अक्तूबर को मोबाइल व टीवी पर अपनी पुत्री गुड्डी को देखा. वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ थी. देखते ही देखते पूरे गाँव में प्रचार-प्रसार हो गया. सभी लोग गुड्डी को मोबाइल पर देखना शुरू कर दिए. गुड्डी की माँ माला देवी ने बताया कि गुड्डी बहरी व गुंगी है. बोल नहीं सकती है. बचपन का उसका नाम टुनी कुमारी था. लेकिन उसका भाई रौशनगुड्डीने लिखना सिखाया. वह पढ़ी-लिखी नहीं है. वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यह बात सुनकरगुड्डी को अपनी पुत्री होने की दावा किया है. गाँव वालों ने भीगुड्डी को ससुराल से लापता होने की बात बतायी. मोबाइल पर लड़की को देख कर गाँव वालों ने भी पहचान लिया है. मोबाइल परगुड्डी को होने की सहमतिगांव वासियों ने किया है. एसडीओ जावेद अनवर इदरीसी ने कहा कि खोई हुई बच्ची वर्ष 2008 में अपने ससुराल रोहतास से गायब थी. वह पाकिस्तान में थी. भारत सरकार ने लड़की को अपने देश भारत लायी गयी है.
भारत सरकार के प्रचार-प्रसार का यह नतीजा है कि लड़की के माता-पिता ने अपनी बेटी होने की दावा किया है. लड़की के माता-पिता का फोटो वडॉक्यूमेंट्स उपायुक्त के माध्यम से विदेश मंत्रालय भारत सरकार को भेजा जाएगा. लड़की को पहचानने के बाद उसके माता पिता को यहाँ से भेजा जाएगा.