गालूडीह. घाटशिला प्रखंड के फूलडुंगरी से झाटीझरना तक वर्षों से बदहाल और जर्जर सड़क के खिलाफ मंगलवार को झाटीझरना पंचायत के भोमराडीह हाट मैदान में ग्रामीणों की बैठक हुई. जिसमें झाटीझरना, बडडीह, बालियाम, केंदडांगा, सिंदरीआम, फुलझोर, बालीडीह, टेरापानी आदि गांव के ग्रामीण शामिल हुए. बैठक की अध्यक्षता सुकुमार सिंह ने की. इस दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 45 दिनों के अंदर अगर सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो ग्रामीण एकजुट होकर हाइवे जाम करेंगे. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि स्कूली शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कुछ महीने पहले झाटीझरना पंचायत भवन में ग्रामीणों के सामने वायदा किया था कि बहुत जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा, लेकिन अभी तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. मौके पर सुकुमार सिंह, बबलू मुर्मू, गुराई बास्के, बुधेश्वर मुंडा, पनचु सिंह, ममता सिंह, सरला सिंह, बालिका सिंह, रमेश सिंह, संजय सोरेन, चरण मुर्मू, चैतन मुंडा, करुणा सिंह, गुरुचरण सिंह आदि उपस्थित थे
झाटीझरना तक 25 किमी सड़क में विभागीय पेच
फूलडुंगरी से झाटीझरना तक 25 किमी सड़क निर्माण में विभागीय पेच है. इसके कारण कई वर्षों से यह सड़क स्वीकृति के बाद नहीं बन पायी. पहले राज्य स्तर पर सड़क योजना के तहत तीन फेज में सड़क स्वीकृति हुई थी. निर्माण भी शुरू हुआ. इसी दौरान केंद्र से भी इसी सड़क के चौड़ीकरण की स्वीकृति मिल गयी. इससे पूर्व की सड़क निर्माण को डीसी से रोक दिया. केंद्र से स्वीकृत सड़क पर वन विभाग की एनओसी नहीं मिलने से काम अधर में लटक गया. इस कारण झाटीझरना वासी वर्षों से परेशान हैं, पर निदान नहीं निकल रहा है.गांव की विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा
वहीं, ग्रामीण सुकुमार सिंह ने बताया कि गांव के कई जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. गांव में पानी की समस्या है. कई जगहों पर चापाकल और जलमीनार खराब पड़े हैं. ग्रामीण पेयजल के लिए भटक रहे हैं. पेंशन योजना, मंईयां सम्मान योजना, अबुआ आवास, पीएम आवास, पीएम किसान योजना आदि का लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है