Dhanbad News: राजगंज के कानाटांड़ में शक्की पति मनबोध पंडित द्वारा पत्नी की हत्या कर शव को खेत में गाड़ने के मामले में मृतका अभागी लक्ष्मी देवी के दाह संस्कार मानवीय चेहरे के दो रूप सामने आये. मृतका लक्ष्मी को घर से श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए ना तो चार कंधे मिले और ना ही मुखाग्नि नसीब हुई. कुछ सामाजिक युवकों के प्रयास से रविवार की रात साढ़े बजे जेसीबी की मदद से हटिया पट्टी श्मशान घाट पर गड्ढा खोदवा कर शव को दफना दिया गया. रविवार को पुलिस ने वाहन की व्यवस्था कर शव को पोस्टमार्टम के बाद मृतका की ससुराल भेजा. मृतका के ससुर विनोद पंडित, चाचा ईश्वर प्रजापति, चचेरा भाई संदीप प्रजापति थे.
कोई व्यवस्था नहीं देख पुलिस ने टेंपो से श्मशान घाट पहुंचाया शव
शव पहुंचने के बाद वहां कोई व्यवस्था नहीं देख पुलिस द्वारा टेंपो से शव को हटिया स्थित श्मशान लाया गया. यहां ससुर बिनोद पंडित, चाचा ईश्वर प्रजापति, चचेरे भाई संदीप प्रजापति व ननद लक्ष्मी साथ थे. लेकिन कोई व्यवस्था नहीं होते देख चाचा खिसक गये. वहां से गुजर रहे कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शव को दफनाने में सहयोग किया. सूचना मिलने पर राजगंज मुखिया ने भी सहयोग किया. जेसीबी से गड्ढा खोद कर शव को दफना दिया गया. इसमें राजगंज मुखिया, सामाजिक कार्यकर्ता सूरज अग्रवाल, संजय माहुरी, चंदन अग्रवाल, विमल पंडित, सुमित मोदक, रवि बाउरी आदि का सहयोग रहा.
मृतका के चाचा के बयान पर केस दर्ज
राजगंज थानेदार अलिशा कुमारी ने बताया कि मामले में मृतका के चाचा ईश्वर प्रजापति की शिकायत पर राजगंज थाना में कांड संख्या 37/2025 के तहत कानाटांड़ निवासी आरोपी पति मनबोध पंडित, ससुर बिनोद पंडित, ननद प्रमिला देवी व लक्ष्मी कुमारी के खिलाफ धारा 103(1)/3(5) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने आरोप पति को रविवार को जेल भेज दिया. विदित हो कि शक्की पति ने शुक्रवार की रात पत्नी की हत्या कर शव को खेत में डाल दिया था.
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