Dhanbad News: डीपीएलएमए हाइस्कूल नावागढ़ परिसर में आयोजित महालक्ष्मी नारायण साधना शिविर में रविवार को गुरुदेव अरविंद श्रीमाली ने कहा कि सुख, सौंदर्य और आनंद हर जगह मौजूद है, लेकिन बहुत कम ही लोग इसका अनुभव कर पाते हैं. जीवन में गुरु के सानिध्य से ही आनंद, सफलता, पारिवारिक शांति, आदर-सम्मान व जीवन में पूर्णता की प्राप्त होती है. उन्होंने कहा कि गुरु शब्द का उच्चारण श्रद्धा व विनम्रता से करने से ही साधना सार्थक होती है. गुरुदेव ने कहा : संयम, श्रद्धा, आत्मविश्वास, प्रेम, निष्ठा और समर्पण से ही मानव जीवन सफल होता है. सफलता के द्वार खुलते हैं. शिष्य को गुरु की हर कसौटी को धैर्य के साथ स्वीकार करना चाहिए और चुनौतियों का मुस्कुराते हुए पार करना चाहिए.
तन-मन स्वस्थ रखने के लिए योग करें
उन्होंने स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन पर जोर देते हुए धनुरासन सहित नियमित योगाभ्यास करने की बात कही. इससे शारीरिक व मानसिक विकारों का निवारण होता है और नवचेतना व ऊर्जा प्राप्त होती है. कर्यक्रम की शुरुआत में सद्गुरुदेव निखिलेश्वरानंद जी महाराज, डॉ नारायण दत्त श्रीमाली व भगवती श्रीमाली की की पूजा की गयी. भजन गायक शिबा खड़गे ने भजनों से लोगों को मुग्ध कर दिया. साधना शिविर में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. महाआरती के पश्चात महाप्रसाद का वितरण किया गया. मौके पर श्याम किशोर सिंह, सत्येंद्र भारती, जनेश्वर प्रसाद, तरुण कुमार, मिथलेश कुमार झा, रामनाथ राउत, संजय कुमार सिंह, चंदन महतो, महादेव राय, सुभाष चंद्र महतो, गोपाल नापित, अरुण मुंडा, मुकेश सिंह आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

