– एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने कैथलैब के लिए आवश्यक मशीनों को इंस्टॉल करने का दिया निर्देश
वरीय संवाददाता, धनबाद
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के समीप बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में लंबे इंतजार के बाद अब कैथलैब सेवा शुरू होने की कवायद शुरू की गयी है. स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा व परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कैथलैब संचालन की दिशा में आवश्यक कदम उठाने का निर्देश जारी किया है. इस फैसले से जिले सहित आसपास के मरीजों को हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों के उपचार में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. बता दें कि एसएनएमएमसीएच, पूर्व में पीएमसीएच के स्थापना से लेकर अबतक हृदय रोगियाें से संबंधित इलाज की व्यवस्था नहीं है. वर्तमान में अस्पताल के मेडिसिन विभाग के चिकित्सकों की देखरेख में हार्ट से जुड़े मरीजों का इलाज किया जाता है. गंभीर मरीजों को रिम्स भेज दिया जाता है.कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विपिन सिन्हा एसएनएमएमसीएच में देंगे योगदान, मिली स्वीकृति :
लंबे समय से अवकाश पर चल रहे वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विपिन सिन्हा ने आखिरकार एसएनएमएमसीएच में योगदान देने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की है कि उनके नेतृत्व में कैथलैब की सेवाएं शुरू की जायेंगी. चिकित्सा जगत में डॉ सिन्हा को अनुभवी और दक्ष चिकित्सक माने जाते हैं. उनकी मौजूदगी से न सिर्फ अस्पताल की प्रतिष्ठा बढ़ेगी, बल्कि मरीजों को भी विशेषज्ञ स्तर की सुविधा आसानी से उपलब्ध होगी.उपकरणों की इंस्टॉलेशन प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश :
अस्पताल प्रबंधन ने कैथलैब सेवा को जल्द शुरू करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिया है. सुपर स्पेशियलिटी में मशीन और उपकरण उपलब्ध कराने वाली एजेंसी हाइट्स को कैथलैब से संबंधित आवश्यक मशीनें और उपकरण बाहर निकालकर इंस्टॉल करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा कैथलैब यूनिट के कमियों को एक माह के अंदर दूर करने का निर्देश सीपीडब्ल्यूडी को दिया है. सीपीडब्ल्यूडी ने सुपर स्पेशियलिटी की बिल्डिंग तैयार की है. अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया ने बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने और मशीन इंस्टॉलेशन के बाद सेवा को औपचारिक रूप से शुरू करने की योजना है.अस्पताल की सेवाओं में भी होगा विस्तार :
एसएनएमएमसीएच के समीप बने सुपर स्पेशियलिटी में कैथलैब सेवा शुरू होने से जहां सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, वहीं अस्पताल की सेवाओं में भी विस्तार होगा. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार छह माह के अंदर सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर कैथलैब सेवा शुरू करने की योजना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

