कोडरमा, विकास/राजेश सिंह : धनबाद-गया रेलखंड पर शनिवार को पुरुषोत्तम एक्सप्रेस हाईटेंशन तार की चपेट में आ गयी. इससे दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक व्यक्ति घायल है. इस हादसे में एक मजदूर और एक यात्री की मौत हो गई है. मृतकों में मजदूर छवि शेख (26 वर्ष) मुर्शिदाबाद (बंगाल) का रहने वाला था, जबकि यात्री संजय मांझी के पास से गया (बिहार) का टिकट मिला है. ट्रेन हादसे में घायल यात्री का नाम वाल्मीकि चौधरी (पिता-रामस्वरूप चौधरी, निवासी राजगीर, नालंदा, बिहार) है. हादसे के बाद सूचना मिलते ही मौके पर डीआरएम समेत अन्य रेलवे के अधिकारी पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. इस हादसे के कारण काफी देर तक रेलवे का परिचालन ठप रहा. अब रेलवे का परिचालन शुरू कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि हादसा परसाबाद रेलवे स्टेशन के समीप हाईटेंशन तार के टूटकर गिरने से हुआ है. यात्री सौरभ की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. समय रहते उन्होंने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी. इससे बड़ा हादसा टल गया. इधर, डीआरएम ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.

झारखंड में धनबाद-गया रेलखंड पर आज पुरुषोत्तम एक्सप्रेस बड़े हादसे की शिकार होने से बच गयी. हाईटेंशन तार टूटकर गिर जाने से पुरुषोत्तम एक्सप्रेस इसकी चपेट में आ गयी. यात्री सौरभ कुमार की सूझबूझ से बड़ा हादसा टला है. इसने चेन पुलिंग की. इससे ट्रेन रुक गयी वर्ना पुरुषोत्तम एक्सप्रेस बड़े हादसे की शिकार हो जाती. सौरभ ने समय रहते सराहनीय कदम उठा दिया, नहीं तो कई लोगों की जान जा सकती थी. साहसी यात्री सौरभ ने अपनी सूझबूझ से कई यात्रियों की जान बचा ली. परसाबाद स्टेशन के पास हाईटेंशन तार टूटकर गिर गया और इस हाईटेंशन तार की चपेट में आने से वहां कार्यरत एक मजदूर की मौत हो गई. इसका नाम छवि शेख (26 वर्ष) बताया जा रहा है. वह मुर्शिदाबाद (बंगाल) का रहने वाला था. इस हादसे में एक व्यक्ति घायल है. घायल यात्री का नाम वाल्मीकि चौधरी (पिता-रामस्वरूप चौधरी, निवासी राजगीर, नालंदा, बिहार) है. जानकारी के अनुसार ये घटना दोपहर 12.05 बजे की है. हादसे के बाद परसाबाद रेलवे स्टेशन की अप और डाउन ओवर हेड वायर की बिजली बंद कर दी गयी थी. अप और डाउन रेलवे का परिचालन ठप रहा. अब ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है.

इस हादसे की सूचना मिलते ही डीआरएम, डीएचएन समेत उच्च अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. धनबाद रेल मंडल के डीआरएम ने ट्वीट कर हालात की जानकारी दी. पुरुषोत्तम एक्सप्रेस आज बड़े हादसे की शिकार होने से बच गयी. एक यात्री की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा टल गया.

डीआरएम ने दिए जांच के आदेश
सूचना मिलते ही हाजीपुर जोन के जीएम अनिल खंडेलवाल, धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा, आरपीएफ के आईजी अमरेश कुमार, कमांडेंट, बरकट्ठा के पूर्व विधायक जानकी यादव, जयनगर बीडीओ गौतम कुमार व रेलवे के अन्य अधिकारी पहुंचे. डीआरएम के अनुसार घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. प्रथम दृष्टया पुरुषोतम एक्सप्रेस का पेंटो व ओवर हेड तार के आपस में उलझ जाने से हादसा हुआ. पुरुषोत्तम एक्सप्रेस हजारीबाग रोड स्टेशन पर रुकने के बाद कोडरमा के लिए खुली, पर परसाबाद पहुंचने से पहले ही हादसा हो गया. बताया जाता है कि ट्रेन में सफर कर रहा यात्री संजय मांझी करंट व अचानक लगे झटके से गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के लिए ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी, जबकि उक्त स्थल के पास काम कर रहे आवीएनएल रेलवे ठेकेदार का मजदूर छवि शेख की मौत हो गई.
रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
घटना के चश्मदीद एक यात्री सौरव कुमार (आजमगढ़) के अनुसार उन्होंने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और बड़ा हादसा होते-होते बच गया. कुछ यात्री घबरा कर ट्रेन से कूदने लगे थे. यात्री ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. घायल यात्री का इलाज सदर अस्पताल कोडरमा में चल रहा है. घटना के बाद घटना स्थल से स्टेशन तक अफरा-तफरी मची रही. लोगों की काफी भीड़ लग गयी. हादसे के बाद करीब एक घंटे तक पुरुषोतम एक्सप्रेस घटना स्थल के पास खड़ी रही. किसी तरह पुरुषोत्तम एक्सप्रेस को रवाना कर दिया गया. दूसरी ओर हादसे के बाद अप व डाउन लाइन का परिचालन पूरी तरह बंद हो गया. यह करीब तीन घंटे तक रहा. इस कारण रेलवे को विभिन्न ट्रेनों को जहां-तहां रोकना पड़ा. 12260 डाउन दुरंतो एक्सप्रेस करीब दो घंटे तक कोडरमा स्टेशन पर रुकी रही. रेलवे ने युद्ध स्तर पर काम करा ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया.
रेलवे के अनुसार प्रथम दृष्टया इस वजह से हुआ हादसा
घटना के बाद डीआरएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि परसाबाद स्टेशन से 12801 अप पूरी नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के गुजरते समय दोपहर 12.05 बजे ओएचई तार और 12801 का पेंटो उलझ कर टूट गया. इस वजह से अप व डाउन ओएचई की बिजली बाधित हो गई. घटना किमी संख्या 366/11 पर हुई. हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट ने ओएचई में करंट देखा और पेंटो लोअर कमांड और आपातकालीन ब्रेक लगाया. प्रथम दृष्टया डाउन लाइन पर ओएचई निर्माण कार्य चल रहा था और आरवीएनएल के आठ कर्मचारी साइट पर काम कर रहे थे. जब उन्होंने समस्या देखी तो वे घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे. इसी क्रम में आरवीएनएल के एक कर्मचारी के ऊपर आइसोलेटर गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया. ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी, जो सिग्नल पार करने के बाद रूक गयी, जिससे यह घटना घटित हुई है.