धनबाद. भवन निर्माण व अन्य मदों के बाद अब अवकाश घोटाला भी होने लगा है. जिले के अधिकांश हाइ स्कूलों में निरीक्षण अवकाश की आड़ में घोटाला हो रहा है. शिक्षक अनुचित ढंग से अवकाश लेकर स्कूल बंद कर देते हैं, जिसका खामियाजा बच्चों को उठाना पड़ता है. मामले में अब डीइओ डॉ माधुरी कुमारी […]
धनबाद. भवन निर्माण व अन्य मदों के बाद अब अवकाश घोटाला भी होने लगा है. जिले के अधिकांश हाइ स्कूलों में निरीक्षण अवकाश की आड़ में घोटाला हो रहा है. शिक्षक अनुचित ढंग से अवकाश लेकर स्कूल बंद कर देते हैं, जिसका खामियाजा बच्चों को उठाना पड़ता है. मामले में अब डीइओ डॉ माधुरी कुमारी ने पत्र जारी कर ऐसे अनुचित अवकाश पर रोक लगा दी है.
जारी पत्र के अनुसार निरीक्षण अवकाश से संबंधित आवेदन जिन स्कूलाें से भी मिला है, सभी अवकाश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिये गये हैं. दीपावली, चित्रगुप्त पूजा एवं छठ पूजा के साथ निरीक्षण अवकाश जोड़ा जा रहा है. जबकि यह अवकाश उन्हीं स्कूलों को देय होता है, जहां पूर्व सूचना के आधार पर सांगोपांग निरीक्षण किया जाता है.
राज्य सरकार के निर्देश पर झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर स्कूल स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होने हैं. इस कारण भी स्कूलों को बंद नहीं किया जा सकता है. वहीं पीएमजी दिशा के अंतर्गत मुख्यमंत्री 15 नवंबर को छात्र-छात्राओं के बीच प्रमाणपत्र का वितरण भी करेंगे. डीसी के निर्देशानुसार नवंबर के प्रथम सप्ताह तक जिला स्तर पर परीक्षा आयोजित कर सभी छात्र-छात्राओं का प्रमाणपत्र का काम पूरा करना है. इसलिए निरीक्षण अवकाश के ऐसे सभी आवेदन रद्द किये जाते हैं.
कटेगा वेतन, स्पष्टीकरण भी : जानकार सूत्रों के अनुसार जो स्कूल सांगोपांग निरीक्षण नहीं होने के बावजूद निरीक्षण अवकाश ले चुके हैं, वहां के संबंधित प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं का उतने दिन का वेतन काटा जायेगा. साथ ही जो भी बिना सांगोपांग निरीक्षण के आवेदन दिये हैं, उनसे स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. निरीक्षण अवकाश के अावेदन के साथ संबंधित स्कूल को सांगोपांग निरीक्षण की संबंधित तिथि भी अंकित करनी होगी.