वरीय संवाददाता, देवघर कुंडा थाना क्षेत्र निवासी एक नाबालिग इंटर छात्र को बहला-फुसला कर सारवां इलाके के एक युवक द्वारा उसके नाम का नया सिम कार्ड इश्यू कराया और उसके नाम के बैंक ऑफ बड़ौदा, झौंसागढ़ी शाखा में एकाउंट खोलवाकर एटीएम कार्ड भी बनवा लिया. इसके बाद नाबालिग के नाम से निर्गत सिम कार्ड समेत एटीएम कार्ड अपने पास रखकर उसके एकाउंट में साइबर ठगी के पैसे का ट्रांजेक्शन शुरू कर दिया. नाबालिग के एकाउंट में दो माह तक साइबर ठगी का पैसा मंगाकर निकासी करता रहा. इस बीच पंजाब के जालंधर में उक्त नाबालिग के बैंक एकाउंट में साइबर ठगी के पैसे ट्रांसफर होने का मुकदमा हुआ, तो वहां की पुलिस ने झौंसागढ़ी बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से संपर्क कर उक्त एकाउंट को होल्ड करा दिया. इस संबंध में नाबालिग के परिजनों से संपर्क कर बैंक द्वारा मामले की जानकारी दी गयी, तब उसके माता-पिता घटना से अवगत हुए. इसके बाद आरोपित युवक को संपर्क करने की कोशिश वे लोग करने लगे, लेकिन वह अब उससे भेंट नहीं हो रही है. एक बार किसी तरह वह नाबालिग के घर पहुंचा, तो पूछताछ करने पर उसने सिम कार्ड व एटीएम कार्ड लेने की बात स्वीकार कर ली. इसका वीडियो रिकार्ड कर नाबालिग के परिजनों ने रखा है. इस संबंध में नाबालिग की मां ने साइबर थाने में एक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. कहा है कि करीब दो साल से उनलोगों के घर के सामने आरोपित युवक अपने गांव के एक मकान में किराये पर रह रहा है. इससे उनलोगों के साथ युवक की घनिष्ठता हो गयी थी. बराबर घर आने-जाने लगा. इसी बीच अक्तूबर में उसके नाबालिग बेटे को बहला-फुसलाकर उसके नाम का सिम कार्ड निकलवा लिया और बैंक एकाउंट खोलवाकर उसका एटीएम कार्ड भी बनवा लिया. उसने यह कहते हुए एटीएम कार्ड रख लिया कि उसके परिवार का कुछ पैसा मंगवाना है. निकासी कर वापस लौटा देंगे, लेकिन नहीं दिया. कुछ दिनों बाद मामले की जानकारी होने पर उनलोगों को शक हुआ. इसके बाद बैंक पहुंचे, तो उनलोगों को पता चला कि बेटे के एकाउंट में पंजाब पुलिस द्वारा होल्ड लगवा दिया गया है. नाबालिग के एकाउंट में दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक करीब 10 लाख रुपये जमा-निकासी हुई है. सारे पैसे साइबर अपराध के संदिग्ध ट्रांजेक्शन की आशंका जतायी जा रही है. नाबालिग के माता-पिता को यह चिंता सताने लगा है कि इतने बड़े संकट से अब वे लोग कैसे निजात पायेंगे. हालांकि इस मामले में कोई खुलकर कुछ जानकारी देने से परहेज कर रहा है. बैंक भी कुछ अधिकारिक जानकारी देने से परहेज कर रही है. हालांकि पुलिस जांच से ही पूरा मामला स्पष्ट हो पायेगा. अगर सही में नाबालिग को बहला फुसलाकर ऐसा किया गया है, तो यह चिंता का विषय है. ऐसे मामलों से अभिभावकों को सतर्कता बरतने की जरूरत है. हाइलाइट्स – बैंक ने दी ठगी के पैसे एकाउंट में आने और निकासी होने की सूचना, तब नाबालिग के माता -पिता को हुई जानकारी
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