मधुपुर. शहर के पथरचपटी स्थित प्रेरणा भारती संस्था सभागार में पिछले 25 नवंबर से चलाये जा रहे अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा का बुधवार को समारोह पूर्वक सामपन हुआ. बुधवार को कार्यक्रम की शुरुआत बतौर अतिथि मधुपुर महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉ. सुमन लता, अधिवक्ता धनंजय प्रसाद, माया देवी व प्रतिभागी ग्रामीण महिलाओं ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस अवसर पर सुमन लता ने कहा कि अधिकार मांगने की नहीं बल्कि आगे बढ़कर लेने की चीज है. कहा कि आज भारत के संविधान में महिला और पुरुष को बराबरी का दर्जा दिया है, लेकिन शिक्षा और जागरुकता की कमी के कारण आम खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं इससे दूर बनी हुई है. अधिवक्ता धनंजय प्रसाद ने कहा कि देश में धर्म, जाति, लिंग या किसी भी आधार पर किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जा सकता. वहीं, महिला थाना की एएसआइ उषा कुमारी ने कहा कि आज पुलिस खासकर महिला थाना महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर सजग और तत्पर है. आपको कभी किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो आप 100 या 112 नंबर डायल कर पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकती है. इसके अलावा महिला कॉलेज की प्राध्यापिका रजनी मुर्मू, मधुपुर महाविद्यालय के प्राध्यापक महेंद्र एक्का, महिला थाना के विकास कुमार तुरी, लीला कुमारी, हेमंत किरण, सुष्मिता दत्ता, अनुपमा मरांडी ने भी उपस्थित किशोरियों को पढ़ लिखकर सशक्त व स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित किया. गोष्ठी के अंत में अरुण कुमार निर्झर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए महिलाओं और किशोरियों को शिक्षा प्राप्त कर सबल और सशक्त बनने की बात कही. गोष्ठी के समापन पर मुनमुन कुमारी, सिमोती मुर्मू व माया देवी के नेतृत्व में महिलाओं और किशोरियों की ओर से एक जागरुकता रैली भी निकली गयी. रैली शहर के थाना रोड, राजबाड़ी रोड व स्टेशन आदि का भ्रमण करते हुए पुन: संस्था परिसर में आकर संपन्न हुआ. रैली के दौरान नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुति किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में आफताब आलम, वहीद फिरोजी, रुखसार खातून, कविता सोरेन, संतोषी कुमारी, मालोती हेंब्रम, पूजा कुमारी, शिल्पी कुमारी, यासमीन खातून आदि का सहयोग रहा. हाइलार्ट्स : अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा संपन्न
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