संवाददाता, देवघर . एमडीए महाअभियान कार्यक्रम को लेकर सिविल सर्जन ने ऑनलाइन समीक्षा बैठक की. इस दौरान सिविल सर्जन युगल किशोर चौधरी ने जिलेभर में संचालित फाइलेरिया मुक्ति को लेकर एमडीए कार्यक्रम की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिस किसी व्यक्ति में दवा खाने के बाद यदि प्रतिकूल प्रभाव होता है तो, उनके शरीर में माइक्रोफाइलेरिया थे, जो मर रहे हैं, यह आपके लिए शुभ संकेत है कि अब भविष्य में फाइलेरिया के मरीज होने से बच गये. समीक्षा के दौरान बताया कि 18 फरवरी मंगलवार तक जिला में 9, 03,747 लोगों को अबतक फाइलेरिया रोधी डीइसी व अल्बेंडाजोल की दवा खिलायी गयी है, जो 52.8 प्रतिशत है, साथ ही हर रविवार को माॅपअप राउंड चलाया जा रहा है. वहीं एमडीए कार्यक्रम को लेकर सभी सीएचसी की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये.
प्रखंडों सहित शहरी इलाके में भी कई जगह लोगों दवाई खाने से किया इंकार
माैके पर जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव ने कहा कि अबतक जसीडीह के 5, मोहनपुर के 1, सारवां 6, सारठ 3, मधुपुर में 1, देवीपुर के 13 तथा देवघर शहरी क्षेत्र के 6 जगहों कुल 35 जगहों में दवा खाने से इंकार किया गया है, जिसे प्रेरित कर दवा खिलवाने हेतु निदेशित किया गया है. वहीं एमडीए दवा खिलाने के दौरान जसीडीह में 64, मोहनपुर में 65, सारवां में 33, सारठ में 27, पालोजोरी में 21, मधुपुर से 42, करौं से 34, देवीपुर से 40 व देवघर शहरी क्षेत्र 26, कुल 352 लोगों में प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को मिला, जिसका तत्काल उपचार कर दिया गया
करीब 50 प्रतिशत से अधिक लोगों ने प्रखंडों में खायी दवा
वहीं अबतक जसीडीह में 46.82 प्रतिशित मोहनपुर में 51.37प्रतिशित, सारवां में 53.19प्रतिशित, सारठ में 46.22 प्रतिशित, पालोजोरी में 62.01 प्रतिशित, मधुपुर में 55.00 प्रतिशित, करौं में 55.98प्रतिशित, देवीपुर में 45.05 प्रतिशित व देवघर शहरी में 59.18 प्रतिशित लोगों को कुल 52.84 प्रतिशित लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी गयी है. मौके पर एसीएमओ डॉ पीके शर्मा, जिला भीबीडी सलाहकार डॉ गणेश कुमार यादव, डीटीओ डॉ संचयन, डीई डॉ मनीष शेखर, डब्लूएचओ, के डॉ हसीबूर जमीन हक़ समेत अन्य थे.
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