देवघर: छात्र सावन को ढूंढने में पुलिस की लापरवाही से नाराज परिजन व ग्रामीणों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा. शुक्रवार को सावन के पैतृक घर मोहनपुर थाना क्षेत्र के बसडीहा गांव में पांच घंटे तक दुमका रोड जाम कर दिया गया.
इस दौरान काफी संख्या में बासुकिनाथ जाने वाले यात्री फंस रहे. ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व एसपी का पुतला फूंका. जाम की सूचना मिलने पर बसडीहा पहुंचे एसडीपीओ अनिमेष नैथानी को भी ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
ग्रामीण कुंडा थाना प्रभारी रामाशीष बैठा का निलंबन व इंस्पेक्टर एके सिंह पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. दोनों पुलिस पदाधिकारियों पर अनुसंधान में लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा था. जाम समर्थक सावन के शरीर की मांग कर रहे थे. सावन के पिता व चाचा समेत ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने गुरुवार सुबह 11 बजे तक इस घटना का उदभेदन करने का दावा किया था, लेकिन पुलिस ने इसमें गंभीरता नहीं दिखायी. मामले में गिरफ्तार कपिलदेव के प्रति पुलिस सॉफ्ट कॉर्नर अपना रही है. पुलिस कपिलदेव के अन्य साथियों का नाम तक पता नहीं लगा पायी है. एसडीपीओ व सीओ परितोष ठाकुर ने जाम हटाने के लिए काफी मशक्कत की, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. अंत में जिला परिषद चेयरमैन किरण कुमारी पहुंची व काफी समझाने के बाद परिजनों व पुलिस के बीच आधे घंटे तक वार्ता हुई. वार्ता में परिजनों ने पुलिस को इस घटना का उदभेदन के लिए दो दिनों का मोहलत दिया तथा जांच टीम में मधुपुर थानेदार केके साहु को शामिल करने की मांग हुई. उसके बावजूद दो दिनों में खुलासा नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन दुमका रोड जाम कर दिया जायेगा.