इटखोरी. प्रखंड में इस साल अतिवृष्टि से किसानों के साथ मत्स्य पालकों को भी नुकसान का सामना करना पड़ा है. डैम व तालाबों में पानी भर जाने से मछलियां बह गयीं, जिससे मत्स्य पालकों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक नुकसान बक्सा डैम में मछली पालन करनेवाले किसानों को हुआ है. इस डैम के ओवरफ्लो होने के कारण लाखों की मछलियां बह गयीं. मां भद्रकाली मत्स्य पालन सहयोग समिति के सचिव रंजीत रविदास ने कहा कि बक्सा डैम में मछली पालने के लिए बना हेचरी पानी में डूब गया, जिससे सभी मछलियां बहकर नहर व नदी में चली गयी. हेचरी में मछली का बीज उत्पादन किया गया था. सभी बीज भी बह गये. इसके अलावा डैम में पल रही कतला, सिल्वर फार्म, रेहू, पगास, मृगल समेत अन्य नस्ल की मछलियां बह चुकी है. इससे करीब चार लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

