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दावेदारों के दलबदल से लड़ाई हुई दिलचस्प, जानें चतरा विधानसभा क्षेत्र का लेखा-जोखा

दीनबंधु चतरा के पहले विधायक चुने गये थे सुखलाल सिंह चतरा : चतरा विधानसभा क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया. पहली बार स्वतंत्रता सेनानी सुखलाल सिंह विधायक बने थे. 1957 में राजा कामाख्या नारायण सिंह चुने गये. उन्होंने सुखलाल सिंह को हराया. इस चुनाव में कामाख्या नारायण सिंह को 14 हजार 828 वोट मिला. जबकि […]

दीनबंधु
चतरा के पहले विधायक चुने गये थे सुखलाल सिंह
चतरा : चतरा विधानसभा क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया. पहली बार स्वतंत्रता सेनानी सुखलाल सिंह विधायक बने थे. 1957 में राजा कामाख्या नारायण सिंह चुने गये. उन्होंने सुखलाल सिंह को हराया. इस चुनाव में कामाख्या नारायण सिंह को 14 हजार 828 वोट मिला.
जबकि सुखलाल सिंह को 6378 मत प्राप्त हुआ. इसी वर्ष यहां उपचुनाव भी हुआ. जिसमें सुखलाल सिंह ने 9926 मत लाकर विजयी रहे. उन्होंने कांग्रेस के आर प्रसाद को हराया. समय बदला और राजनीतिक इतिहास भी बदला. वर्ष 2000 में भाजपा के सत्यानंद भोक्ता ने राजद के जनार्दन पासवान को 6495 मतों पराजित किया था. इसमें सत्यानंद भोक्ता को 34177 व जनार्दन पासवान को 27682 वोट मिला.
झारखंड बनने के बाद वर्ष 2005 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ. इसमें भाजपा के सत्यानंद भोक्ता को 50 हजार 332 व राजद के जनार्दन पासवान को 45 हजार 650 मत मिला. इस तरह सत्यानंद भोक्ता दूसरी बार विधायक बने. वर्ष 2009 के चुनाव में राजद के जनार्दन पासवान चुने गये. उन्होंने भाजपा के सूबेदार पासवान को हराया. जनार्दन को 67 हजार 441 व सूबेदार को 28 हजार 886 मत मिला. वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के जयप्रकाश सिंह भोक्ता ने जेवीएम के सत्यानंद भोक्ता को 20 हजार 575 वोटो से पराजित किया.
जयप्रकाश को 69 हजार 744 व सत्यानंद भोक्ता को 49 हजार 169 वोट मिला. लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पूर्व विधायक जनार्दन पासवान राजद छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं दूसरी ओर सत्यानंद भोक्ता जेवीएम छोड़ राजद में शामिल हो गये. श्री भोक्ता इस तरह विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर अभी बड़ा चेहरा नजर आ रहे हैं. अभी कई दल के लोग अपने उम्मीदवारी को लेकर दावेदारी कर रहे हैं.
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो हुए
– मॉडल व महिला कॉलेज की स्थापना
– पेयजलापूर्ति के लिए 65 करोड़ की योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं
– मां कौलेश्वरी पहाड़ के लिए रोप-वे की स्वीकृति
तीन महत्वपूर्ण काम जो न हो सके
– बाइपास सड़क नहीं बनी
– पुलिस लाइन से नावाडीह तक जितनी पथ का निर्माण नहीं हुआ
– रोजगार के लिए कोई उद्योग नहीं लगा, लोगों का पलायन जारी
बहुत काम हुआ है, सड़कों की जाल बिछायी : जेपी
विधायक जयप्रकाश सिंह भोक्ता ने कहा कि चतरा विधानसभा का पांच वर्षों में काफी विकास हुआ. क्षेत्र में सड़कों की जाल बिछायी गयी. सिंचाई सुविधा के लिए आहर, तालाब का जीर्णोद्धार कराया गया. विधानसभा क्षेत्र के करीब साढ़े छह सौ गांवों का पूर्ण रूप से विद्युतीकरण किया गया. शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की बहाली की गयी. महिला व मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ-साथ भवन का निर्माण कराये जा रहे हैं. पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन बन कर तैयार हैं.
बिजली, पानी के लिए तरस रहे हैं लोग : सत्यानंद
दूसरे स्थान पर रहे सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि पांच वर्षो में क्षेत्र में कोई विकास नहीं हुआ. शहर में बिजली, पानी के लिए लोगो को आंदोलन करना पड़ रहा है. गांवों में स्कूल खोलने के बजाय बंद किया गया. आम लोग का हाल बेहाल है. विधायक जितनी भी उपलब्धि गिना लें, लेकिन उनकी भूमिका शून्य है. स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपये की लूट हुई है. भ्रष्टाचार चरम पर रहा. मुख्य सड़कों का हाल बेहाल है. रोजगार के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया गया. लोग पलायन करने को मजबूर हैं.
पिछले तीन चुनाव का रिकाॅर्ड
वर्ष 2005
जीते : सत्यानंद भोक्ता (भाजपा)
मत : 50332
हारे : जनार्दन पासवान (राजद)
मत : 45650
वर्ष 2009
जीते : जनार्दन पासवान (राजद)
मत : 67441
हारे: सूबेदार पासवान (भाजपा)मत : 28886
वर्ष 2014
जीते : जयप्रकाश सिंह भोक्ता (भाजपा) मत : 69744
हारे : सत्यानंद भोक्ता (जेवीएम)मत : 49169

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