चक्रधरपुर.
आदिवासी लाइव्स मैटर द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय के पारंपरिक ज्ञान और पर्यावरणीय अनुभवों को डिजिटल मंच पर लाया गया. टीआरटीसी गुइरा में 5 से 9 मई तक आवासीय प्रशिक्षण में समुदाय के सदस्यों को लेखन, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, सोशल मीडिया कंटेंट का प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य आदिवासी समुदाय की आवाज को सशक्त बनाना. उनकी समृद्ध संस्कृति तथा पारंपरिक ज्ञान को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाना है. प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने प्रभावी लेखन और कहानी कहने की कला सीखे. कार्यक्रम में आशीष बिरुली, राहुल हेम्ब्रम, शालिनी कुल्लू, रवींद्र गिलुवा, पंकज बांकिरा, साधु हो और नितेश महतो शामिल रहे. प्रशिक्षण का समापन जंगल भ्रमण के साथ हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है