चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त चंदन कुमार पर तानाशाही का आरोप लगाकर बीते दिनों मानकी-मुंडा ने जनाक्रोश रैली निकाली थी. इसे लेकर कोल्हान भूमि बचाओ समिति ने मानकी व मुंडाओं की आलोचना की है. समिति के केंद्रीय अध्यक्ष विनोद कुमार सांवैया ने कहा कि मानकी-मुंडा स्वयं भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं. चाईबासा शहर से सटे गांवों में चंद रुपयों के लिए बाहरी लोगों को बसाया जा रहा है. यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूची में आता है. ऐसा करना गैरकानूनी है. आदिवासी हितों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. शहर से सटे मतकमहातु (महुलसाई), नरसंडा, खप्परसाई, डिलियामार्चा, तमाड़बांध, सिकुरसाई आदि गांवों में जो जमीन गोप व तांती समुदाय के लोगों को बंदोबस्त की गयी थी, वहां गैर आदिवासियों को बसाया जा रहा है. डीसी के खिलाफ निकाली गयी रैली राजनीति से प्रेरित थी. भीड़ को झूठ बोलकर लाया गया था.मानकी-मुंडा संघ ने आरोप को बताया निराधार
दूसरी ओर कोल्हान- पोड़ाहाट मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुआ ने विनोद सांवैया के आरोप को निराधार बताया. कहा कि श्री संवैया कभी एक विधायक के करीबी थे, लेकिन अब दूरी बन गयी है. श्री संवैया शहर के अगल- बगल दुकान बनाने के लिए जमीन लीज पर लिए हुए हैं. उन्हें धमका- चमकाकर पैसे वसूलते हैं. वे अकेले पड़ गये हैं. उनका काम केवल आरोप लगाना रह गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

