चक्रधरपुर.
पश्चिम सिंहभूम जिले में जल्द ही स्मार्ट पीडीएस शुरू होने वाला है. इस योजना के तहत जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों को 2जी से अपग्रेड कर 4जी इ-पोस मशीन प्रदान की गयी है. हालांकि, दुकानदारों का कहना है कि उन्हें पुराने मॉडल की मशीनें 4जी में अपडेट करके दी गयी हैं, जिनमें कई प्रकार की तकनीकी समस्याएं सामने आ रही हैं. चक्रधरपुर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र में 80 और शहरी क्षेत्र में 65 सहित पूरे जिले में करीब 2,500 राशन डीलर हैं. मशीन खराब होने पर उन्हें चाईबासा मुख्यालय या रांची तक जाना पड़ता है, जिससे आर्थिक नुकसान और शारीरिक श्रम बढ़ जाता है. वहीं, कुछ मामलों में डीलरों को मशीन के साथ रांची तक जाना पड़ रहा है.10 महीने से नहीं मिला कमीशन
चाईबासा जिले में इ-पोस मशीन बनाने के लिए केवल तीन आपरेटर हैं, जबकि वजन मशीन के लिए एक आपरेटर ही उपलब्ध है. जिले में 18 प्रखंड होने के कारण कभी-कभी मशीनों की समस्याओं का समाधान एक दिन में नहीं हो पाता और डीलरों को दो-तीन दिन तक दौड़ना पड़ता है. इसके अलावा, ऑपरेटर अतिरिक्त पैसे लेने की घटनाएं भी सामने आयी हैं. डीलरों का कहना है कि पिछले 10 महीनों से उनका कमिशन नहीं मिला है. साथ ही, डोर-टू-स्टेप डिलीवरी बहाल न होने के कारण चक्रधरपुर प्रखंड के दुकानदारों को स्वयं भाड़ा खर्च करके खाद्यान्न उठाना पड़ रहा है. ऐसे में मशीनों की तकनीकी परेशानियां गरीब परिवारों तक राशन पहुंचाने में बाधा बन सकती हैं. जनवितरण प्रणाली दुकानदार संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष रामप्रताप बर्मन ने कहा कि नया स्मार्ट पीडीएस योजना शुरू होने से पहले ही डीलरों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने विभाग से आग्रह किया कि मशीनों की खराबी को जल्द दूर किया जाए ताकि गरीब परिवारों को समय पर राशन मिल सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

