चाईबासा.
चाईबासा के महिला कॉलेज के बीएड विभाग में “पाठ्यक्रम में भाषा के अंतर्गत बहुभाषायी संदर्भ ” प्रकरण पर कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया. प्राचार्या डॉ प्रीतिबाला सिन्हा की अध्यक्षता में कार्यशाला शुरू की गयी. कार्यशाला के प्रथम वक्ता हो राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जवाहरलाल बांकिरा थे. उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा में भाषा के सर्वोत्तम प्रयोग के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि संस्कार की भाषा मातृभाषा होती है. देश में हमारी व्यवहार की भाषा हिंदी है. भाषा में जितनी आपकी पकड़ अच्छी होगी, बच्चों को पढ़ाने में उतनी ही सहूलियत मिलेगी. अंत में जवाहरलाल बांकिरा ने सारंडा जंगल की खूबसूरती पर हिंदी में एक कविता सुनाई. सत्र के अंत में छात्राओं के बीच प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया. इस मौके पर मो करीम हाशमी, डॉ ओनिमा मानकी, प्रो शीला समद, प्रो प्रीति देवगम, प्रो सितेंद्र रंजन सिंह, प्रो धनंजय कुमार एवं सेमेस्टर वन की छात्राएं उपस्थित रहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

