जगन्नाथपुर. जगन्नाथपुर प्रखंड कार्यालय में गुरुवार को त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें गुवा क्षेत्र के विस्थापित ग्रामीण, सेल के प्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. बैठक बेनतीजा रही. विस्थापित पुनः सर्वेक्षण की मांग पर अड़े रहे. बैठक की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी महेंद्र छोटन उरांव ने की. वहीं, विधायक सोनाराम सिंकु, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन, जिप सदस्य देवकी कुमारी, नोवामुंडी सीओ मनोज कुमार, जगन्नाथपुर सीओ मनोज मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि महेंद्र तिरिया, बीस सूत्री अध्यक्ष ललित दोराईबुरु, सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद पाठक, विस्थापित ग्रामीण आदि शामिल रहे.
विवाद सेल की लापरवाही का परिणाम :
सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि यह सारा विवाद सेल की लापरवाही का परिणाम है. समय पर संवाद होता, तो यह स्थिति नहीं आती. उन्होंने त्रिपक्षीय सर्वे की मांग की. जिन लोगों के नाम सूची में था, उन्हें घर नहीं मिला.आवास इंसानों के रहने लायक नहीं :
विधायक सोनाराम सिंकु ने कहा कि सेल की ओर से आवंटित आवास इंसानों के रहने लायक नहीं है. सरकार दो कमरों का घर दे सकती है, तो सेल क्यों नहीं. सेल इज्जत का आवास दे. सेल के प्रतिनिधि ने कहा कि वर्ष 2017 में हुए सर्वे के आधार पर काम कर रहे हैं. एसडीओ महेंद्र छोटन उरांव ने निर्देश दिया कि जिन ग्रामीणों का नाम 2016 के सर्वे में छूट गया है, वे संबंधित पंचायत या सीओ को अपनी सूची सौंपें. एक सप्ताह के भीतर दावे या आपत्ति उचित साक्ष्यों सहित एसडीओ कार्यालय, अंचल कार्यालय-जगन्नाथपुर या गुवा-सेल महाप्रबंधक कार्यालय में जमा कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

