जैंतगढ़.
जगन्नाथपुर प्रखंड के गुटुसाही में डायरिया फैलने की सूचना पर पहुंचीं पीएलवी प्रमिला पात्रो, समाज सेवी आमिर हिंदुस्तानी और शंभू पोद्दार को बेसहारा कुपोषित बच्ची की जानकारी मिली. प्रखंड की मुंडुई पंचायत स्थित गुटूसही गांव में 10 वर्षीय अंजलि बोबोंगा कुपोषण का शिकार है. उसके पिता दादो बोबोंगा एक साल पहले छत से गिर गये थे. उनकी कमर की हड्डी टूट गयी है. वह बिस्तर में पड़े हैं. पिता ने दो शादियां की थी. अंजलि की मां सबिता बोबोंगा पति के अपाहिज होने के बाद बच्चों के लालन-पालन के लिए काम करने बेंगलुरु चली गयी है. अंजलि और उसकी बहन अपनी सौतेली मां के साथ हैं. सौतेली मां उनकी देखभाल नहीं करती है. अंजलि पहले चल फिर पाती थी. खान-पान और उचित देख रेख के अभाव में वह धीरे-धीरे अपाहिज हो गयी. उसका शरीर हड्डियों का ढांचा हो गया है. उसके पूरे बदन में दर्द रहता है.अंजलि की देखभाल के लिए बड़ी बहन ने छोड़ी पढ़ाई
बड़ी बहन 13 वर्षीय तुलसी 13 ने अंजलि की हालत देख कर छठी क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी है. अब तुलसी ही अंजलि की देखभाल कर रही है. इस संदर्भ में प्रमिला पात्रो ने कहा कि गरीबी, अज्ञानता और दोषपूर्ण व्यवस्था के कारण अंजलि की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है.अंजली का न आधार कार्ड बना है, न जन्म प्रमाण पत्र है. अंजलि का उपचार कराया जायेगा. सरकारी सुविधाएं दिलाने का प्रयास किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

