Jharkhand Government 1 Year, Jharkhand news, Bokaro news, बोकारो : 29 दिसंबर, 2020 को झारखंड की हेमंत सरकार ने अपना एक साल पूरा किया. इस दौरान राजधानी रांची समेत राज्य के सभी जिला में कार्यक्रम आयोजित हुए. बोकारो में भी विकास मेला का आयोजन हुआ. इस आयोजन में एक ऐसा कार्यक्रम भी हुआ जिसने सबका दिल छू लिया. वह कार्यक्रम था कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करने का. विकास मेले के अवसर पर बोकारो जिला प्रशासन ने 135 कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया. यह वही लोग थे जिन्होंने इस कोरोनाकाल में हमलोगों की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किये बगैर दिन-रात सेवा करते रहे.
जिस वक्त लॉकडाउन में हम अपने घरों में बंद थे, उस वक्त यही कोरोना वॉरियर्स कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों के बीच कांटेक्ट ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन बनाने, सैंपलिंग, टेस्टिंग, इनके इलाज की समुचित व्यवस्था करने और अस्पतालों में लगे हुए थे. लोगों को बचाने के लिए बीते 10 महीने से इस अदृश्य वायरस से जूझ रहे कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लोगों ने जमकर तालियां बजायी. प्रशासन ने एंबुलेंस ड्राइवर से लेकर डॉक्टर्स और अधिकारी तक सबको बराबर का सम्मान मिला.
यह कोरोना वॉरियर्स कोविड-19 संकटकाल में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन बनाने, सैंपलिंग, टेस्टिंग, इन्फेक्टेड लोगों की इलाज की समुचित व्यवस्था करने और अस्पतालों में लगे हुए थे. बीते 10 महीनों से इस अदृश्य वायरस से जूझ रहे इन कोरोना योद्धाओं का नाम जब मंच से पुकारा जा रहा था, तो लोगो ने इनके सम्मान में जमकर तालियां बजायी.
इन कोरोना योद्धाओं को मिला सम्मान
15 कोरोना योद्धाओं को विकास मेले के मंच पर सम्मानित करते हुए प्रशंसा प्रमाणपत्र दिया. इनके अलावा 120 योद्धाओं को भी प्रशंसा प्रमाणपत्र निर्गत किया गया, जिसे उन्हें डिपार्टमेंट की तरफ से दिया जायेगा. इन योद्धाओं में 6 झारखंड प्रशासनिक सेवा के प्रोबेशनर, 3 डिस्ट्रिक्ट डाटा मैनेजर, 23 लैब तकनीशियन, 22 मल्टीपर्पस वर्कर्स, 14 एंबुलेंस ड्राइवर्स- हेल्पर्स, 12 फील्ड वर्कर्स, फिजियोथेरेपिस्ट, सोशल सिक्युरिटी अफसर आदि लोग हैं.
इन कोरोना वॉरियर्स के बारे में जानें
1. शशि प्रकाश सिंह, एसडीओ, चास : इनके द्वारा सही समय पर मीटिंग, रिव्यू, मॉनिटरिंग, कंटेनमेंट जोन, कांटेक्ट ट्रेसिंग आदि सराहनीय कार्य किया गया. इन्होंने कई रात जागते हुए कोविड-19 के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को हरसंभव सहयोग मुहैया कराने में बितायी.
2. पवन कुमार श्रीवास्तव, जिला महामारी अधिकारी : इन्होंने कोरोना वायरस महामारी में अच्छी रणनीति बनाकर ससमय महामारी को काबू करने में सराहनीय कदम उठाया. कोविड-19 से संबंधित सभी तरह के कार्यों में सही रणनीति को लागू कर इस वैश्विक महामारी की रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
3. आरके गौतम, नोडल ऑफिसर, कोविड-19, बोकारो जनरल अस्पताल : कोरोना महामारी की शुरुआत से बीजीएच में कोरोना संक्रमित रोगियों को उचित इलाज की व्यवस्था करने में इनका सराहनीय योगदान रहा है. डॉ गौतम लगातार कोरोना मरीजों के इलाज में लगे हुए हैं. बीजीएच जिला का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल है, जहां कोरोना संकटकाल में काफी कोविड मरीज भर्ती हुए और हो रहे हैं. डॉ गौतम का मरीजों के प्रति सेवा भावना और स्वास्थ्य विभाग से अच्छा सामंजस्य स्थापित रखने में इनका योगदान प्रशंसनीय है.
4. शक्ति कुमार, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी : कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से ही डाटा ऑनलाइन मैनेजमेंट करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
5. कंचन, जिला डाटा प्रबंधक : कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से ही कोविड-19 पोर्टल अपडेट करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
6. डॉ श्रेया, मेडिकल ऑफिसर : कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से कोविड-19 में कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
7. डॉ उत्तम, मेडिकल ऑफिसर : यह वही डॉक्टर हैं जो ANM सेंटर में कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों की इलाज करते आ रहे हैं.
8. शैलेश कुमार ठाकुर, MTS : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही सैंपलिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग, पेशेंट शिफ्टिंग, डाटा ऑनलाइन मैनेजमेंट आदि करने में इनका योगदान सराहनीय रहा.
9. कुमार हर्षवर्धन, प्रयोगशाला प्रावैधिक : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही सैंपलिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
10. राजेश कुमार, चालक, 108 एंबुलेंस : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही कोरोना वायरस संक्रमित को अस्पताल पहुंचाने और एडमिट करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
11. डॉ श्रीनाथ, MOIC, चंदनकियारी : इनके द्वारा चंदनकियारी क्षेत्र में सैंपलिंग, रोगी का आइसोलेशन आदि कार्य काफी प्रभावी ढंग से किया गया, जिसके चलते उस क्षेत्र में वैश्विक महामारी का प्रसार रोकने में सफलता मिली.
12. हरि सिंह, लिपिक : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही कोविड- 19 के उपकरण सामाग्री आदि मुहैया कराने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
13. डॉ हलन बारला, MOIC, गोमिया : इनके द्वारा सही तरह से सैंपलिंग, धनात्मक रोगी का आइसोलेशन आदि कार्य सही तरह से करने से चंदनकियारी क्षेत्र में कोविड महामारी का प्रसार को रोकने में सफल रहे.
14. रविशंकर मिश्रा, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
15. पंकज दुबे, वरीय लेखा पदाधिकारी : कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत से ही सैंपलिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा.
मालूम हो कि मार्च, 2020 से लेकर अब तक बोकोरो जिला में 6400 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. वहीं 6300 से अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित लोग स्वस्थ भी हुए हैं, जबकि 59 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हो चुकी है. वर्तमान में एक्टिव केस मात्र 78 बचे हैं.