Jharkhand news: काम से बैठाये गये ठेका मजदूरों को काम पर वापस लेने की मांग को लेकर इंगोट मोल्ड फाउंड्री के ठेका मजदूरों ने बोकारो इस्पात कामगार यूनियन और एटक के बैनर तले गांधी चौक- 4 पर अर्धनग्न प्रदर्शन किया. इस दौरान वेतन भुगतान, तीन साल का गेटपास, न्यूनतम वेतन गांरटी, CLC नियम का शत-प्रतिशत पालन करने और ठेकेदार बदले पर मजदूर वही रहे का सिद्धांत लागू करने की मांग की गयी.
अकुशल मजदूरों से कम पैसा पर काम लेने का प्रचलन
यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि बोकारो स्टील प्रबंधन वादा खिलाफी कर रही है. सारे टेंडर फाइनल होने के बावजूद इंगोट मोल्ड फाउंड्री के मजदूरों का गेट पास नहीं बना है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधन संवेदनहीन हो गया है. सीएलसी के नियम के खिलाफ है. प्रबंधन की मिलीभगत से ठेका मजदूरों को न्यूनतम वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा से वंचित रखा जा रहा है. कुशल मजदूरों को काम से बाहर करने और अकुशल मजदूरों से कम पैसा पर काम लेने का प्रचलन बना लिया गया है, जो सरासर सुरक्षा नियमों की अवहेलना है. यूनियन इसे बर्दाश्त नहीं करेगी.
अविलंब पहल नहीं, तो आंदोलन की चेतावनी
श्री सिंह ने कहा कि प्लांट में लगातार ठेका मजदूर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. यहां तक कि जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है. इंगोट मोल्ड के ठेका मजदूर दर-दर की ठोकर खाने को विवश हैं. कहा कि प्रबंधन चैन की बंसी बजा रहा है. अगर प्रबंधन समस्याओं पर अविलंब पहल नहीं करती है, तो प्लांट में संघर्ष तेज होगा. इस मौके पर प्राण सिंह, मोइन आलम, पप्पू, आनंद, शहदेव, दिलीप, राजकिशोर, जबार, धर्मेंद्र, विरेन, अमित, रंजीत, राजीव कुमार, गणेश रवानी, गुड्डू, राजेंद्र, रामेश्वर सिंह, दशरथ महतो, राहुल, दिनेश्वर, महादेव महतो, कमलेश, परितोष, रसराज, रामेश्वर गोराई आदि मौजूद थे.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो.