फुसरो, विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर शनिवार को जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. करगली गेट में हुए कार्यक्रम में आदिवासी नेता सोहनलाल मांझी व केंद्रीय सरना समिति के सह संयोजक राजेश उरांव समेत अन्य लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. श्री मांझी ने कहा कि यह दिन समाज के महापुरुषों के योगदान को याद करने और आदिवासियों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक करने का है. हमें प्रकृति के नियमों का पालन करना चाहिए. श्री उरांव ने कहा कि सरकार आदिवासियों के उत्थान के दिशा में पहल करें. मौके पर आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक हथियार तीर-धनुष के साथ जयकारा लगाया.कुलदीप गंझू, अजय गंझू, दिलीप गंझू, अजय गंझू, सुरेंद्र गंझू, श्याममुंडा गंझू, शिवचरण मुंडा, लखन हांसदा, सूरज उरांव आदि मौजूद थे. पिछरी स्थित जेहरा स्थल के समीप हुए कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी गयी. जेहरा स्थल में उनकी याद में पौधे भी लगाये गये. झामुमो जिला उपाध्यक्ष घुनू हांसदा ने कहा कि शिबू सोरेन झारखंड अलग राज्य आंदोलन के नायक थे. वे पूरे देश के आदिवासी समाज के नेता थे. मौके पर झारखंड आंदोलनकारी मंगल हांसदा, जयलाल महतो, सानू सोरेन, कारु मिश्रा, जगेश्वर सोरेन, फागू मुर्मू, सुजीत हेंब्रम, मोतीलाल हेंब्रम, मांझी हड़ाम, शिवकुमार मुर्मू, दुखनी देवी, बसंती देवी, रश्मि देवी, कांति देवी, अनुप्रिया कुमारी आदि मौजूद थे.
दुगदा.
सरहुल पूजा समिति दुगदा की ओर से सरना स्थल के सामुदायिक भवन प्रांगण में कार्यक्रम किया गया. पंडित रघुनाथ मुर्मू, बाबा तिलका मांझी, भगवान बिरसा मुंडा और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रख प्रार्थना की गयी. समिति के अध्यक्ष दुखन मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समुदाय की भाषा, संस्कृति, परंपरा व इतिहास के संरक्षण और विकास के लिए आज संकल्प लेने का दिन है. इसके लिए एकजुट होने की जरूरत है. समिति के सचिव रंजित हांसदा ने कहा कि दिशोम गुरु के निधन पर आदिवासी समाज मर्माहत है. लोगों ने दुगदा में उनकी प्रतिमा लगाने की बात कही. कार्यक्रम की अध्यक्षता जीतन मुर्मू व संचालन बानेश्वर किस्कू ने किया. मौके पर अश्विनी सोरेन, साहेब राम मांझी, रामप्रवेश मुर्मू, विश्वनाथ हांसदा, सुखदेव मुर्मू, बलदेव हेंब्रम, राजेश बास्के, जीतू मुर्मू, नंदलाल सोरेन, फागु बास्के समेत अन्य लोग उपस्थित थे.जल, जंगल और जमीन के संरक्षण का संकल्प
गांधीनगर. चरकपनिया में आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. लोगों ने आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित किये. वक्ताओं ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में जल, जंगल और जमीन के संरक्षण का संकल्प लिया गया. मुख्य अतिथि बैदकारो पूर्वी पंचायत की मुखिया सीमा महतो ने आदिवासी समाज को एकजुट होने का आह्वान किया. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए. मौके पर टीपू महतो, वर्षा सोरेन, कुंवर मरांडी, दिनेश किस्कू, शिवनारायण मरांडी, बसंत मरांडी शीतल मांझी, कुंवर मांझी, दिनेश मांझी, सोनाराम मांझी, राजू मांझी, मंगल मांझी, मनोज आदि उपस्थित थे.
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