रंजीत कुमार, बोकारो, राज्य में निजी अस्पतालों की मनमानी किसी भी हाल में नहीं चलेगी. किस जिले में कितने निबंधित व गैर निबंधित निजी अस्पताल, निजी नर्सिंग होम व निजी लैब चल रहे हैं, इसकी सूची राज्य के सभी सिविल सर्जनों से मांगी जायेगी. क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के पालन को लेकर भी सभी अस्पतालों की जांच होगी. सभी प्राइवेट अस्पतालों की स्थिति भी ठीक हो, इसके लिए टीम का गठन कर अस्पतालों व लैबों का औचक निरीक्षण कराया जायेगा. ये बातें बोकारो परिसदन में सोमवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहीं. मंत्री डॉ इरफान ने कहा कि जांच होगी कि निजी अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सक रहते हैं या नहीं. निजी अस्पतालों में मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की पदस्थापना है या नहीं. उन्होंने चेताया कि मरीजों से सुविधाओं के नाम पर आर्थिक दोहन किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगा. इस बात की जांच करायी जायेगी कि एक्ट के तहत सभी चिकित्सीय संस्थानों के बाहर सभी सुविधा व बीमारी के अनुसार मूल्य तालिका बोर्ड पर प्रदर्शित करनी है. इसकी भी गहनता के साथ जांच करायी जायेगी. आयुष्मान भारत योजना से जुड़े अस्पतालों में मरीजों को मिल रही सुविधा की भी जांच करायी जायेगी.
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