बोकारो, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नयी दिल्ली कि ओर से मिटिगेशन प्रोजेक्ट फॉर लाइटिंग सेफ्टी (एमपीएलएस) योजना अंतर्गत जागरूकता रथ को उपायुक्त अजय नाथ झा ने समाहरणालय परिसर से सोमवार को झंडी दिखाकर रवाना किया. रथ गोमिया, कसमार, चास व चंदनकियारी के कुछ पंचायतों में वज्रपात से बचाव विषय पर तीन सितंबर, 2025 तक लोगों को जागरूक करेगा. उपायुक्त ने जागरूकता रथ से दी जानेवाली जानकारी को गंभीरता से लिए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि खुद सतर्क रहें और दूसरों को भी सजग और सचेत रहने के लिए प्रेरित करें
कपड़ा सुखाने के लिए तार की जगह जूट या सूत की रस्सी करें प्रयोग
उपायुक्त श्री झा ने कहा कि तड़ित की संभावना को देखते हुए इससे बचाव के लिए जब घर के भीतर रहें, तब बिजली संचालित उपकरण से खुद को दूर रखें. तार वाले टेलीफोन के उपयोग से बचें. कपड़ा सुखाने के लिए तार की जगह जूट या सूत की रस्सी का प्रयोग करें. घर के बाहर हों तो पेड़ के नीचे पनाह ना लें. ऊंचे इमारत वाले क्षेत्रों में भी जाने से बचें. उक्त एलइडी वैन व जागरूकता टीम की ओर से जिले के चार प्रखंडों के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में जागरूक किया जायेगा. जो विद्यालय, ग्रामीण हाट-बाजार, स्वास्थ्य केंद्र, प्रमुख चौक-चौराहे, पंचायत कार्यालय आदि कुल 56 स्थानों पर निर्धारित है.
दामिनी ऐप का करें प्रयोग
आकाश से गिरने वाली बिजली हर साल सैकड़ों लोगों की जान लेती है. पर, अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो खुले आसमान के नीचे रहकर भी आसमान से गिरने वाली बिजली से अपनी जान बचायी जा सकती है. इसके लिए संभावित मौत को रोकने के लिए दामिनी ऐप विकसित किया गया है. इस ऐप को मौसम विभाग की तरफ से तैयार किया गया. यह ऐप हमें करीब 20 किलोमीटर की रेंज में बिजली गिरने की जानकारी प्रदान करता है. बिजली गिरना रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन इससे बचाव किया जा सकता है. मौके पर अपर समाहर्ता मो मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार उपस्थित थे.
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