बोकारो, गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल चास में बुधवार को विद्यार्थियों के लिए प्रेरक सत्र का आयोजन किया. अतिथि वक्ता प्रसून कुमार झा थे, जिन्होंने आइआइटी-जेइइ 1993 में अखिल भारतीय रैंक वन प्राप्त किया था. श्री झा आइआइटी-कानपुर के पूर्व छात्र हैं. श्री झा ने कहा कि सफलता केवल बुद्धिमत्ता से नहीं, बल्कि दृढ़ता, समय प्रबंधन व असफलताओं से सीखने की इच्छाशक्ति से भी मिलती है. छात्रों को शिक्षा व समग्र व्यक्तित्व विकास के बीच संतुलन बनाने की सलाह दी. कहा कि लचीलापन व सकारात्मक दृष्टिकोण कड़ी मेहनत के समान ही महत्वपूर्ण हैं.
सफलता के लिए स्पष्टता, निरंतर अभ्यास व आत्मविश्वास के महत्व पर जोर
श्री झा ने उस कठोर तैयारी व अनुशासन को याद किया, जिसने उन्हें भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं में से एक में शीर्ष स्थान हासिल करने में मदद की. सफलता के लिए स्पष्टता, निरंतर अभ्यास व आत्मविश्वास के महत्व पर जोर दिया. छात्रों को लक्ष्यों पर केंद्रित रहने व बाधाओं का सामना करने पर भी अपनी क्षमताओं पर विश्वास न खोने के लिए प्रोत्साहित किया.
बच्चों को अनुभवों से व्यावहारिक अंतर्दृष्टि व प्रेरक किस्से सुनाये
छात्रों ने प्रभावी अध्ययन रणनीतियों, परीक्षा तनाव प्रबंधन व लक्ष्य निर्धारण के बारे में प्रश्न पूछे. श्री झा ने बच्चों के प्रश्नों का उत्तर दिया. अपने अनुभवों से व्यावहारिक अंतर्दृष्टि व प्रेरक किस्से सुनाये.
छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है प्रसून कुमार झा : प्राचार्य
प्राचार्य अभिषेक कुमार ने कहा कि प्रसून कुमार झा का सफर हमारे छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उनके शब्द निश्चित रूप से उन्हें अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में प्रेरित रहने में मदद करेंगे. कार्यक्रम का समापन छात्रों द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
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