चंदनकियारी, चंदनकियारी प्रखंड के सांडबोआ के बोआ डूंगरी में बुधवार को करम महोत्सव का आयोजन किया गया. झारखंड सांस्कृतिक महासंघ की ओर से आयोजित महोत्सव में विभिन्न गांवों से पहुंची करमैती बहनें की दर्जनों टीमों ने करम नृत्य प्रस्तुत कर लोगों मंत्रमुग्ध कर दिया. वक्ताओं ने कहा कि करम भाई व बहनों के बीच अटूट स्नेह व प्रेम के साथ-साथ कृषि एवं प्रकृति से जुड़ा है. बहनें करम डाल गाढ़ कर निर्जला उपवास रहकर करम गोसाई की आराधना करती हैं और भाई की सुख शांति व समृद्धि की कामना करती है. यह पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देता है. यह झारखंड के लोक संस्कृति एवं प्रकृति का महापर्व है. करम कृषि व प्रकृति से जुड़ा है. पूर्वजों ने पर्यावरण के संतुलन को लेकर प्रकृति के महापर्व की शुरुआत की थी. आज जब पूरी पृथ्वी पर्यावरण के असंतुलन के कारण मानवता संकट में पड़ती दिख रही है ऐसे समय में करम जैसे प्राकृतिक महापर्व की महत्ता और बढ़ जाती है. लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर फुसरो पंचायत के मुखिया अश्विनी महतो, सभा अध्यक्ष भूतनाथ माहतो, महोत्सव का अध्यक्ष प्रदीप कुमार माहतो, सचिव राजीव माहतो, कोषाध्यक्ष हेमंत महतो समेत अन्य उपस्थित थे.
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