बोकारो, बीएसएल के मानव संसाधन के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग में बुधवार को ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ (आइओटी) विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि नीता बा, मुख्य महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) व देवश्री रानी टोप्पो, महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) उपस्थित थीं. नीता बा ने बदलते औद्योगिक परिदृश्य में आइओटी की भूमिका को रेखांकित किया और इसे प्रचालनिक दक्षता, नवाचार व डेटा-आधारित निर्णय लेने की दिशा में एक अहम कदम बताया. प्रशिक्षण में 21 अधिशासियों ने भाग लिया. प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रतिभागियों को स्टील उद्योग में इंटरनेट ऑफ थिंग्स के व्यावहारिक अनुप्रयोगों से परिचित कराना था.
आइओटी की अवधारणाओं व संरचना पर हुई चर्चा
परिचय भट्टाचार्य, वरीय प्रबंधक (सीआरएम-III) ने संकाय के रूप में आइओटी की मूलभूत अवधारणाओं व संरचना जैसे सेंसर, एक्ट्युएटर, कनेक्टिविटी एवं क्लाउड एकीकरण, सामान्य आईओटी हार्डवेयर प्लेटफॉर्म और संचार प्रोटोकॉल, स्टील निर्माण में आईओटी के औद्योगिक उपयोग, सरल आईओटी प्रोटोटाइप का निर्माण, प्रोग्रामिंग व परीक्षण, विभागों में संभावित आईओटी परियोजना की पहचान करने जैसे विषय पर चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन अमित आनंद, सहायक महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) के द्वारा किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन में ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग के ऋषिकेश रंजन, पर्यवेक्षक व सिधो चरण मुर्मू, प्रशिक्षक का सराहनीय योगदान रहा.
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