घटना की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए श्री राज ने बताया : शनिवार को उपायुक्त के जनता दरबार के बाद प्रदीप कुमार श्रीवास्तव नामक एक व्यक्ति उपायुक्त से मिलने आया. उसने उपायुक्त को बताया : वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले का डीसी है. वह 2009 बैच का आइएएस अधिकारी है.
प्रदीप ने बताया : वह जमीन संबंधी काम से बोकारो आया है. संदेह होने पर उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने फोन कर कुशीनगर के अधिकारी से बात की, तो पता चला प्रदीप फरजी व्यक्ति है. इसके बाद प्रदीप के साथ आये सभी 13 लोगों को उपायुक्त ने कार्यालय में बुलाया. सिटी डीएसपी सहदेव साव को सूचना देकर गिरफ्तार करा दिया. जेल जाने वाले सभी अभियुक्तों पर जालसाजी करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया है.