आरोप. न्याय के साथ विकास की बातों से लोगों को भटका रहे नीतीश
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विपक्ष की भूमिका में आया माले गयी है भाकपा माले
आरोप. न्याय के साथ विकास की बातों से लोगों को भटका रहे नीतीश सराय/भगवानपुर : देश के प्रधानमंत्री न्याय के साथ विकास की बातें कर रहे हैं, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन की बात कर रहे हैं. जबकि लेकिन प्रधानमंत्री नोटबंदी कर तो नीतीश कुमार नशाबंदी की बातें कह कर न्याय के साथ […]
सराय/भगवानपुर : देश के प्रधानमंत्री न्याय के साथ विकास की बातें कर रहे हैं, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन की बात कर रहे हैं. जबकि लेकिन प्रधानमंत्री नोटबंदी कर तो नीतीश कुमार नशाबंदी की बातें कह कर न्याय के साथ विकास की बातों से लोगों भटका रहे हैं.
यह बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने 19 फरवरी को पटना में पार्टी द्वारा आयोजित अधिकार रैली भाग लेने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को सराय में आयोजित जन अधिकार सभा को संबोधित करते हुए कहा. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध चरम सीमा पर पहुंच गयी है और इसका विरोध करने वाली विरोधी पार्टी भाजपा इन दिनों नीतीश कुमार से मिल गये हैं.
पटना में प्रकाश पर्व के दौरान प्रधानमंत्री ने नीतीश के कार्यों की सराहना की तो वहीं नीतीश ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसला को खूब सराहा. इससे स्पष्ट है कि यहां विरोधी नाम की कोई चीज ही नहीं है. यहां अब भाकपा माले को ही विपक्ष की भूमिका निभानी पड़ेगी. विधानसभा सभा में पार्टी भले ही हम कमजोर हैं लेकिन बाहर से ही हमलोगों केंद्र और राज्य सरकार को अपनी आवाज से उखाड़ कर फेंक देंगे. हम लोगों को शिक्षा, रोजगार और भूमि सुधार इन तीन मुद्दों को लेकर लाल झंडे के बैनर तले अागामी 19 फरवरी को पूरे पटना को पाटकर केंद्र और बिहार की सरकार को अपनी मांगों को मानने पर मजबूर कर देंगे . सभा में पार्टी कार्यकर्ता निराला ने मोदी के नोटबंदी पर कटाक्ष करते हुए एक कविता सुनायी. उन्होंने कहा नोट बंदी के खेल कइल बढईल झमेला ए मोदी जी, बड़की मछलिया एको ना धराइल, छोटका पेराइल ए मोदी जी. सभा को भाकपा माले नेता रामेश्वर प्रसाद, धीरेंद्र झा, मीना तिवारी, योगेंद्र राय, विशेश्वर यादव, पवन कुमार, सुरेश प्रसाद सिंह, शिला देवी सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.
गोरौल संवाददाता के अनुसार : माकपा माले के केंद्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि बिहार में गरीबों की उपेक्षा कर सभी नीतियां बनायीं जा रही है. वैसे यहां कोई सरकार नहीं चल रही है. सब कुछ निरकुंश है. मुजफ्फरपुर से पटना जाने के क्रम में भट्टाचार्य ने एनएच 77 के गोरौल चौक पर पत्रकारों से कहा कि 11 से 17 फरवरी तक अधिकार यात्रा कार्यक्रम के बाद पटना में जो रैली होगी उसमे राज्य सरकार से मांग की जायेगी कि शिक्षा, रोजगार तथा भूमि अधिकार सभी को दिया जाये. उन्होंने सरकार को चेताया कि भ्रष्टाचार की समाप्ति एवं कानून व्यवस्था की सरकार अगर देने में अक्षम है तो कुर्सी छोड़ने में देरी नही करें. इसके पूर्व माले कार्यकर्ताओं ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया. जिसमें राजा बाबू, मो शमसाद, रतन पासवान, राम प्रसीद राय, मुन्ना पासवान समेत अन्य लोग शामिल थे.
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