हाजीपुर : नगर के जढ़ुआ बरई टोला स्थित हजही सूर्य पोखर में बोरिंग के जरिये पानी भरा जा रहा है ताकि छठव्रतियों को अर्घ देने में असुविधा न हो. सूर्य सरोवर जो हजही पोखर के नाम से प्रसिद्ध है. यहां छठ पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में छठव्रती भगवान भास्कर को अर्घ देने पहुंचते हैं. जढुआ और आसपास के इलाकों से लगभग 20 हजार श्रद्धालु छठ पूजा के लिए सरोवर पर आते हैं. नगर का यह ऐतिहासिक पोखर भी जिले के अन्य पोखर व तालाबों की तरह सूखता जा रहा है. पोखर में इतना भी पानी नहीं रह गया था,
जिसमें खड़े होकर छठव्रती भगवान सूर्य को अर्घ दे पाते. छठ व्रतियों को इस बार होने वाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए नवचेतना क्लब की ओर से पोखर में पानी भरने की पहल की गयी. सरोवर में आवश्यकता भर पानी उपलब्ध कराने के लिए बोरिंग करवा कर पिछले 12 दिनों से पानी भरने का काम जारी है. संस्था के प्रयास से सरोवर में इतना पानी जरूर भर गया है कि लोग छठ पूजा कर सकते हैं. हजही पोखर हाजीपुर नगर का ऐतिहासिक धरोहर है. प्रशासनिक उदासीनता और उपेक्षा के कारण इसकी स्थिति खराब होती चली गयी. जानकारों का कहना है कि सात एकड़ में फैले इस सूर्य पोखर का निर्माण सदियों पहले सम्राट अशोक ने कराया था. पोखर की गहरायी 25 फुट बतायी जाती है.