भोरे : बुधवार का दिन हुस्सेपुर के लिए काला दिन साबित हुआ. एक साथ गांव के दो घरों के चिराग बूझ गये. इस हादसे से पूरा गांव सदमे में हैं. गांव में ईद की रौनक नहीं देखने को मिली. एक साथ रहनेवाले दो दोस्तों की अंतिम यात्रा एक साथ निकली तो हर किसी का कलेजा […]
भोरे : बुधवार का दिन हुस्सेपुर के लिए काला दिन साबित हुआ. एक साथ गांव के दो घरों के चिराग बूझ गये. इस हादसे से पूरा गांव सदमे में हैं. गांव में ईद की रौनक नहीं देखने को मिली. एक साथ रहनेवाले दो दोस्तों की अंतिम यात्रा एक साथ निकली तो हर किसी का कलेजा फट जा रहा था. घटना पर किसी को यकीन नहीं हो रहा था.
मृत श्याम बहादुर गुप्ता के पिता रामाशीष साह मुलत:हथुआ प्रखंड के सोहागपुर गांव के रहनेवाले हैं. लगभग दो दशक पूर्व वे व्यवसाय के सिलसिले में भोरे थाना क्षेत्र के हुस्सेपुर में आये. व्यवसाय चल निकला उसके बाद वे यहीं मकान बना कर रहने लगे. मृत श्याम तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था. वह इंटर की पढ़ाई भोरे बीपीएस कॉलेज से कर रहा था.
अन्य भाइयों में वीर बहादुर गुप्ता और लखन गुप्ता हैं. तीनों भाइयों में से किसी की शादी नहीं हुई थी. वहीं, मृत राकेश कुमार साह के पिता भुटेली साह हुस्सेपुर बाजार में मिठाई की दुकान चलाते हैं. उनकी दो दुकानें हुस्सेपुर बाजार में हैं. इस घटना के बाद अपने से ही हुस्सेपुर बाजार बंद हो गया. राकेश श्री शंकर उच्च विद्यालय हुस्सेपुर में नौवीं कक्षा का छात्र था. जब राकेश का शव गोरखपुर से हुस्सेपुर पहुंचा, तो पूरा गांव उसके दरवाजे पर उमड़ पड़ा. घर की महिलाएं दहाड़ मार रोने लगी. यह दृश्य देख कर वहां समझाने जाने वाले लोगों की आंखें भी नम हो जा रही थी.