हाजीपुर/देसरी : राघोपुर के रूस्तमपुर ओपी के सैदपुर हुलास से बुधवार की सुबह पुलिस ने कुख्यात शंकर राय के बथान से एके-56 एसॉल्ट राइफल बरामद किया है.
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क्या है एके-56 का बुधवार कनेक्शन, राघोपुर में मिली सफलता
हाजीपुर/देसरी : राघोपुर के रूस्तमपुर ओपी के सैदपुर हुलास से बुधवार की सुबह पुलिस ने कुख्यात शंकर राय के बथान से एके-56 एसॉल्ट राइफल बरामद किया है. राघोपुर के दियारा इलाके से लोकसभा चुनाव के पहले एके-56 जैसे आधुनिक हथियार की बरामदगी को वैशाली पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. हालांकि इसके पूर्व जिले से […]
राघोपुर के दियारा इलाके से लोकसभा चुनाव के पहले एके-56 जैसे आधुनिक हथियार की बरामदगी को वैशाली पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. हालांकि इसके पूर्व जिले से एके-56 के साथ एक कुख्यात को गिरफ्तार था.
सबसे खास बात यह कि 17 अक्तूबर 2012 को जब वैशाली पुलिस व एसटीएफ ने सहदेई बुजुर्ग ओपी के रामपुर खैरी गांव से कुख्यात प्रमोद राय को एके-56 के साथ गिरफ्तार किया था, उस दिन भी बुधवार ही था. यह महज संयोग ही है दोनों ही बार एके-56 की बरामदगी बुधवार को ही हुई है.
पुलिस के सामने एके-56 से की गयी थी फायरिंग : वैशाली पुलिस ने रूस्तमपुर ओपी क्षेत्र के सैदपुर हुलास में कुख्यात शंकर राय के बथान से जिस एके-56 को बरामद किया है, उससे बीते 25 जनवरी को पुलिस के सामने ही फायरिंग की गयी थी.
बुधवार को एसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि कई कांडों का वांछित व 50 हजार का इनामी रूस्तमपुर ओपी के सैफाबाद निवासी कुख्यात सोहन गोप को पुलिस ने 25 जनवरी को गिरफ्तार किया था.
पुलिस जैसे ही उसे लेकर निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के समीप पहुंची थी कि उसके समर्थकों ने पुलिस टीम पर हमला बोल कर उसे छुड़ा लिया था. इस दौरान जमकर रोड़ेबाजी की गयी थी. साथ ही एके-56 से फायरिंग करने की बात भी सामने आयी थी. हालांकि 4 फरवरी को सोहन गोप ने पुलिस दबिश से घबरा कर सरेंडर कर दिया था.
तकनीकी सेल की मदद से मिली सफलता
एके-56 की बरामदगी में पुलिस की तकनीकी सेल की अहम भूमिका रही है. एसपी के अनुसार राघोपुर में एके-56 जैसे घातक हथियार होने की पुष्टि व सोहन गोप के सरेंडर के बाद पुलिस कई बिंदुओं पर जांच में जुटी हुई थी. पुलिस की तकनीकी सेल ने सोहन गोप के सहयोगियों को सर्विलांस पर ले रखा था. इसी दौरान शंकर राय के पास एके-56 होने की पुख्ता जानकारी मिली थी.
वर्चस्व की खूनी लड़ाई के लिए कुख्यात रहा है राघोपुर
शराब व गांजा के धंधे से राघोपुर का पुराना रिश्ता रहा है. साथ ही यहां वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष भी होता रहा है. वर्ष 2016 में वर्चस्व की लड़ाई में ही लोजपा नेता पूर्व मुखिया बृजनाथी सिंह की अपराधियों ने पटना कच्ची दरगाह के समीप एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस फायरिंग में इनके परिवार के कई सदस्य जख्मी हो गये थे.
कुख्यात सोहन गोप का इस हत्याकांड में नाम सामने आया था. बुधवार को पुलिस ने उसके खास शंकर राय के यहां से ही एके-56 को बरामद किया है. इस इलाके में सोहन गोप का खासा वर्चस्व है. उसने अपने वर्चस्व के बल पर अपनी पत्नी रूणा देवी को जिला पार्षद व बहू रिंकी देवी को जफराबाद पंचायत का मुखिया बनाया है.
वैशाली के कुख्यात तक पहुंचे एके-56 जैसे हथियार
राघोपुर के दियारा समेत कई इलाकों में सक्रिय अपराधियों तक अब एके-47 व एके-56 जैसे अत्याधुनिक हथियार तक पहुंच चुके हैं. बुधवार को रूस्तपुर ओपी क्षेत्र से बरामद एके-56 इस बात को और भी पुख्ता करते हैं.
पुलिस भले ही इस बरामदगी से काफी खुश है लेकिन इस बरामदगी ने पुलिस को इस बात को लेकर परेशान कर दिया है कि जिले के अपराधियों तक इस तरह के हथियार पहुंचने लगे हैं. पुलिस न तो इस बात की पुष्टि कर पा रही है कि जिले में इस तरह के और भी हथियार है और न ही इससे इन्कार ही कर रही है. इस मामले में एसपी का कहना है कि कुख्यात सोहन गोप को जल्द ही रिमांड पर लेकर इस संबंध में पूछताछ की जायेगी.
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