बिदुपुर : पूर्व से निर्धारित बिदुपुर प्रखंड प्रेरक संघ ने अपनी मांगों के समर्थन में बीआरसी भवन में तालाबंदी की और एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्य बाधित रहा. संघ के सदस्यों ने जमकर सरकार विरोधी नारे भी लगाये एवं अपनी मांगों का एक ज्ञापन संयुक्त रूप से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सौंपा. विदित हो कि जन साक्षरता विभाग के निदेशक विनोदानंद झा के विवादास्पद बयान ने प्रेरकों के रोष में घी का कार्य किया. प्रेरकों के सेवा समाप्ति की घोषणा के विरुद्ध प्रेरकों ने मंगलवार को बिदुपुर बीआरसी में तालाबंदी की. प्रखंड प्रेरक संघ के अध्यक्ष मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि जब प्रेरकों की बहाली बिहार सरकार रोस्टर के आधार पर की है, तो उन्हें सेवा काल के सात वर्षों के बाद उन लोगों को कैसे हटाया जा सकता है.
सरकार द्वारा उनलोगों को न तो उचित मानदेय दिया जाता है और सेवा भी स्थायी नहीं करती है. तो वह लोग प्रेरक संघ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और उसके बाद करो या मरो की स्थिति में आत्महत्या करने को बाध्य होंगे. जिसकी सभी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. मौके पर पहुंचे बीईओ विंदा महतो को प्रेरक संघ के एक शिष्टमंडल द्वारा विभिन्न मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम बीईओ को सौंपा. ज्ञापन के प्रमुख मांगों में गत 22 माह से बकाया मानदेय का भुगतान करने, सेवा का स्थायी करने आदि है. प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक गुंजन कुमारी की अध्यक्षता एवं प्रेरक संघ के प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार सिन्हा के संचालन में तालाबंदी की गयी. इस अवसर पर प्रखंड सचिव प्रेरक संघ के देव नारायण राय ने सभी प्रेरकों से एकजुट होकर संघर्ष करने का अनुरोध किया. तालाबंदी के अवसर पर उपस्थित अन्य प्रेरकों एवं समन्वयकों में नवीन कुमार सिंह, किरण कुमारी, मीरा कुमारी, कंचन कुमारी, सविता दास, मुन्ना कुमार, ज्वाला प्रसाद, देव नारायण राय, ज्वाला प्रसाद, जमशेद आलम, धर्मेंद्र कुमार, सनोज कुमार, अशोक कुमार चौबे, राजीव रंजन, पंकज कुमार राम, सुमित्रा कुमारी, आरती कुमारी, अन्नू कुमारी, किरण कुमारी, किरण कुमारी, मुन्नी देवी, पुष्पा कुमारी, गनीता कुमारी आदि थे.