हाजीपुर : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय योजना में बीते माह से वैशाली जिला का 38 रैंक होने के कारण बुधवार को समीक्षा बैठक बुलायी गयी. बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी डीएम सह डीडीसी सर्वनारायण यादव ने जिले के रैंक को लेकर खेद व्यक्त किया और योजना से संबंधित पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रगति लाने का आदेश दिया. साथ ही, उन्होंने पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी.
बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की भी समीक्षा की गयी. समीक्षा बैठक में सर्वप्रथम सात निश्चय योजना के प्रथम निश्चय के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा की गयी. इस योजना के तहत अब तक निर्गत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की संख्या 558 पाया गया और लोन के रुप में 1626.95 लाख रुपये दिये जाने की बात बतायी गयी. हालांकि बैठक में शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) के अनुपस्थित रहने के कारण बैंकवार लंबित मामलों की समीक्षा नहीं हो पाया.
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत अबतक 8527 आवेदकों के बीच भत्ता के रुप में 396.16 लाख रुपये वितरण किये जाने की जानकारी दी गयी. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत डीआरसीसी स्तर पर अभी तक 18 हजार 985 आवेदन प्राप्त किये गये है. जिसमें प्रशिक्षित आवेदनों की संख्या 13 हजार 446 है. यह भी जानकारी दी गयी कि जिले में 55 स्थानों पर कौशल विकास केंद्र संचालित है. जिले में आरक्षित रोजगार महिलाओं का अधिकार योजना के तहत फरवरी ,
2016 के बाद जिला में स्थायी व संविदा के आधार पर 513 लोगों की नियुक्ति की गयी. जिसमें महिलाओं की संख्या 242 है, जो अब तक किये गये नियुक्ति का 47.17 प्रतिशत है. हर घर बिजली योजना के तहत जिले में एक लाख 18 हजार 927 लोगों को बिजली का कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके विरुद्ध अब तक 30 हजार 883 लोगों को बिजली का कनेक्शन दिया जा चुका है. बैठक में कार्यपालक अभियंता को दिसंबर 2018 तक शेष घरों में कनेक्शन देने के लिये कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया.