-शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में बनी जल जमाव की समस्या – लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी सुपौल. आश्विन मास के शुरूआत में किसानों पर इद्रदेव मेहरबान हुए. शनिवार को जिले के विभिन्न इलाके में हुई मूसलाधार बारिश से जहां किसानों के खरीफ फसल को व्यापक फायदा हुआ. वहीं जल जमाव की समस्या से शहर व ग्रामीण इलाके के लोग परेशान हैं. जहां पानी जमा हुआ वहां अब भी पानी जमा है. जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई स्थानों पर स्थायी समस्या है जल जमाव बारिश होने के बाद जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान, बैरिया रोड, कचहरी रोड, विद्यापुरी आदि स्थानों पर स्थायी जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. हालांकि इसके अलावे शहर के विभिन्न इलाके में जल जमाव की समस्या बन जाती है, लेकिन कुछ स्थानों पर चार से पांच घंटे के बाद नाला के सहारे जल निकासी हो जाती है. लेकिन कई स्थानों पर स्थायी जल जमाव की समस्या से लोग पानी सूखने तक परेशान रहते हैं. लोगों ने ऐसे स्थान पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था की मांग जिला प्रशासन व नगर परिषद प्रशासन से की है. हरदी- झहुरा पथ में लंबे समय से जल जमाव की बनी है समस्या सदर प्रखंड के हरदी पश्चिम स्थित हरदी से झहुरा जाने वाली सड़क में हल्की बारिश होने पर भी सड़क मार्ग में कई स्थानों पर जल जमाव की समस्या पैदा हो जाती है. जिससे लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस पथ में हरदी गांव के समीप प्रेमलाल मध्य विद्यालय आगे करीब पांच सौ मीटर तक सड़क पर डेढ़ से दो फीट पानी जमा है. जहां बड़े-बड़े गड्ढे बन गये है. जिस गड्ढे की चपेट में आकर अनजान राहगीर चोटिल हो रहे हैं. वहीं स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्कूल के समीप पानी जमा रहने से बच्चे स्कूल जाने में आनाकानी करते रहते हैं. इसी पथ में अन्य कई स्थानों पर भी जल जमाव की समस्या बनी है. मंदिर जाने वाले श्रद्धालु हैं आक्रोशित गौरतलब है कि हरदी स्थित प्रसिद्ध मां वन दुर्गा महारानी का मंदिर अवस्थित है. जहां गांव सहित दूर दराज के श्रद्धालु पैदल चल कर माता की पूजा अर्चना करने जाते हैं. जिन्हें इसी गंदे पानी होकर जाना पड़ता है. श्रद्धालुओं ने बताया कि वे लोग अपने घर से नहा धोकर नये वस्त्र पहन कर माता की पूजा अर्चना करने जाते हैं. लेकिन स्कूल समीप उनलोगों को गंदे पानी पार कर मंदिर जाना पड़ता है. जिस कारण उन लोगों का मन अपवित्र हो जाता है. लोगों ने बताया कि यह पथ का निर्माण पथ निर्माण विभाग द्वारा करोड़ों की लागत सरायगढ से झहुरा गांव तक निर्माण कराया गया है. जिसका समय समय पर मेंटेनेंस का कार्य कराया जाना है. लेकिन संवेदक व अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लोगों ने पथ निर्माण विभाग के अधिकारी से इस पथ में जल जमाव वाले स्थान का ऊंचीकरण करने की मांग की है. इस बाबत पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ई अजय कुमार से उनके सरकारी नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका.
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