सुपौल. नगर परिषद सुपौल ने शहर की हवा को स्वच्छ रखने और बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. परिषद ने बहुउद्देशीय जल छिड़काव यंत्र की शुरुआत की है, जो एंटी स्मॉग गन और वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरण से युक्त है. इस यंत्र के माध्यम से नगर क्षेत्र में धूलकणों को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से जल छिड़काव किया जाएगा. खासकर निर्माण स्थलों, भीड़-भाड़ वाले बाजार क्षेत्रों, और प्रदूषण प्रभावित इलाकों में इसका प्रभावी उपयोग किया जाएगा. नगर परिषद के अध्यक्ष राघवेंद्र झा राघव ने कहा कि हवा को साफ रखें, इसे प्रदूषित न करें. वायु प्रदूषण विरोधी बनें. नगर परिषद सुपौल का यह प्रयास स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में एक सकारात्मक पहल है, जिससे आमजन को शुद्ध हवा मिल सके और पर्यावरणीय संतुलन बना रहे. लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से नगर परिषद द्वारा एक एंटी स्मॉग गन खरीदा गया है. जिनको स्प्रेगन, धुंध गन या वाटर कैनाल भी कहा जाता है. बताया कि यह मशीन आसमान में फैले धूल के कणों को हटाने का काम करता है. यह ऐसा उपकरण है, जो वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वायुमंडल में पानी का छिड़काव करता है. इस मशीन की क्षमता 06 हजार लीटर तक होता है और दूसरी 50 मीटर तक होती है. स्मॉग गन सिर्फ 25 मीटर तक ही डस्ट को जमीन पर लाने का काम कर सकती है. इस मशीन की लागत 36 लाख रुपये है. जरूरत के अनुसार इसका उपयोग किया जाएगा.
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