12.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

कोसी की बलुआही धरती से आईपीएल तक: मयंक की रफ्तार व इजहार के सपनों ने बढ़ाया सुपौल का मान

मरौना प्रखंड के रहने वाले मयंक यादव ने पहले ही अपने तेज गेंदबाजी कौशल से क्रिकेट जगत में पहचान बना ली है

सुपौल. कोसी नदी की बलुआही जमीन, जहां जीवन संघर्षों से गढ़ा जाता है, उसी धरती ने दो ऐसे होनहार क्रिकेटरों को जन्म दिया है. जिन्होंने अपने जुनून और मेहनत के बल पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसे बड़े मंच तक का सफर तय किया. मरौना प्रखंड के मयंक यादव और वीरपुर प्रखंड के इजहार की कहानी न सिर्फ युवाओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह साबित करती है कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती. मरौना प्रखंड के रहने वाले मयंक यादव ने पहले ही अपने तेज गेंदबाजी कौशल से क्रिकेट जगत में पहचान बना ली है. लखनऊ की आईपीएल टीम में चयन के बाद मयंक ने देशभर में अपनी रफ्तार और सटीक लाइन-लेंथ से दर्शकों और विशेषज्ञों का ध्यान खींचा. सीमित संसाधनों के बावजूद मयंक ने अभ्यास में कोई कमी नहीं छोड़ी. कच्चे मैदान, टूटा-फूटा क्रिकेट किट और सीमित मार्गदर्शन के बीच उन्होंने अपने सपनों को जिंदा रखा. आज मयंक का नाम देश के उभरते तेज गेंदबाजों में लिया जाने लगा है. इसी कड़ी में इस वर्ष वीरपुर प्रखंड के इजहार ने भी आईपीएल तक पहुंचकर सुपौल जिले का मान बढ़ाया है. इजहार का सफर भी संघर्षों से भरा रहा. बचपन से ही क्रिकेट के प्रति दीवानगी रखने वाले इजहार ने कोसी तट के पास बने अस्थायी मैदानों पर खेलकर अपनी प्रतिभा को निखारा. उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता और फील्डिंग में फुर्ती शुरू से ही उनकी पहचान रही है. इजहार की इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके परिवार में खुशी का माहौल है, बल्कि पूरे वीरपुर और आसपास के क्षेत्रों में उत्साह देखा जा रहा है. गांव के लोग गर्व से कहते हैं कि इजहार ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोसी की बलुआही जमीन भी हीरे पैदा की जा सकती है. दोनों खिलाड़ियों की सफलता ने सुपौल जिले के युवाओं में नई उम्मीद जगाई है. आज गांवों के मैदानों में क्रिकेट खेलते बच्चे मयंक और इजहार को अपना आदर्श मान रहे हैं. स्थानीय कोचों का मानना है कि यदि जिले में बेहतर खेल सुविधाएं और प्रशिक्षण केंद्र उपलब्ध कराए जाएं, तो यहां से कई और खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकते हैं. जिले के खेल प्रेमियों और जनप्रतिनिधियों ने भी दोनों खिलाड़ियों को बधाई दी है. राज्य सरकार से मांग की है कि ग्रामीण इलाकों में खेल आधारभूत संरचना को मजबूत किया जाए. मयंक यादव और इजहार की कहानी इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा किसी शहर या सुविधा की मोहताज नहीं होती, बस उसे सही दिशा और अवसर की जरूरत होती है. कोसी की बलुआही जमीन से निकलकर आईपीएल के चमकते मंच तक पहुंचने वाले ये दोनों सितारे आज सुपौल की पहचान बन चुके हैं. उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने का हौसला देती रहेगी. आईपीएल में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड मयंक के नाम सुपौल जिले की कोसी कछार की बलुआही जमीन एक बार फिर क्रिकेट प्रतिभा की प्रयोगशाला साबित हो रही है. मरौना थाना क्षेत्र के गनौरा गांव निवासी मयंक यादव और छातापुर प्रखंड के ठूठी पंचायत निवासी युवा क्रिकेटर मो इजहार ने अपने संघर्ष, अनुशासन और निरंतर अभ्यास के बल पर जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया है. दोनों खिलाड़ियों की सफलता न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे सुपौल जिले के लिए गर्व का विषय बन गई है. मरौना के मयंक यादव ने आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) का हिस्सा बनकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. पिछले वर्ष रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में मयंक ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 04 ओवर में मात्र 14 रन देकर 03 विकेट चटकाए थे. इस प्रदर्शन ने उन्हें रातोंरात क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चित कर दिया. यही नहीं, आईपीएल 2024 में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड भी मयंक यादव के नाम दर्ज हुआ, जिसने उन्हें देश के उभरते तेज गेंदबाजों की कतार में खड़ा कर दिया. ठूठी से अबूधाबी तक इजहार का सफर युवा क्रिकेटर मो इजहार मूल रूप से छातापुर प्रखंड स्थित ठूठी पंचायत के वार्ड नंबर 08 के निवासी हैं. उनके पिता मौलाना सलाउद्दीन प्राथमिक विद्यालय अब्दुल मजीद टोला, हनुमान नगर में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं. इसके साथ ही वे वीरपुर स्थित एक मस्जिद में इमाम के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इजहार की मां शबनम एक गृहिणी हैं. इजहार तीन भाई-बहनों में से एक हैं. उनकी एक बहन शादीशुदा है और वे जुड़वा भाइयों में बड़े हैं. छोटा भाई हाफिज है. परिजनों ने बताया कि क्रिकेट के प्रति इजहार के जुनून को देखते हुए परिवार ने कई त्याग किए. बेहतर अभ्यास के लिए इजहार को पैतृक गांव छोड़कर वीरपुर के भगत मोहल्ला में किराये के मकान में रहना पड़ा, ताकि वे कोसी क्रिकेट क्लब में नियमित रूप से प्रैक्टिस कर सकें. लगातार मेहनत और अनुशासित अभ्यास का ही परिणाम है कि आज इजहार इस मुकाम तक पहुंचे हैं. बताया गया कि करीब एक वर्ष पहले ही इजहार का चयन एमआरएफ की ओर से किया गया था. इसके बाद वे लगातार विभिन्न स्तरों पर खेलते रहे. निरंतर अच्छे प्रदर्शन के बाद बोर्ड की ओर से पहले उन्हें नेट प्रैक्टिस के लिए बुलाया गया और फिर एक गेंदबाज के रूप में चयन किया गया. बाएं हाथ के गेंदबाज के रूप में इजहार की पहचान बन रही है. वर्तमान समय में उसका चयन आईपीएल मुंबई टीम में किया गया. जिले वासियों को इजहार पर है गर्व इजहार के चयन पर सुपौल जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र झा ‘राघव’ ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह न केवल इजहार, बल्कि पूरे सुपौल जिले के लिए गर्व का क्षण है. उन्होंने कहा कि यह इजहार का पहला बड़ा कदम है. आने वाले समय में वे और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे. वहीं एसोसिएशन के सचिव नवीन गुप्ता ने कहा कि कोसी के कछार पर बसे सुपौल जिले में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. जरूरत है तो बस उसे सही दिशा और मंच देने की. उन्होंने इजहार को एक अनुशासित और संवेदनशील खिलाड़ी बताते हुए कहा कि यही गुण उन्हें लगातार आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel