– नेपाल एनडीआरएफ की टीम कर रही है तलाश – दो मासूम बच्चे व पति के साथ रहती थी किराये के मकान में – प्राथमिक विद्यालय नोनिया टोला में है पदस्थापित वीरपुर. अनुमंडल अंतर्गत कोसी बराज के फाटक संख्या छह के अपस्ट्रीम में मंगलवार को एक 25 वर्षीया शिक्षिका पूजा कुमारी ने मोबाइल पर बात करते हुए कोसी नदी में छलांग लगा दी. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस व नेपाल एनडीआरएफ की टीम द्वारा महिला की तलाश शुरू कर दी गई है, लेकिन पांच घंटे बाद भी शिक्षिका का अता पता नहीं चल सका. नदी में छलांग लगाने वाली शिक्षिका बसंतपुर प्रखंड के वार्ड नंबर 06 स्थित प्राथमिक विद्यालय नोनिया टोला में बीपीएससी टीआर 01 शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी. वह मूल रूप से जहानाबाद जिले के बराबर थाना क्षेत्र अंतर्गत कूकरी बिगहा वार्ड नंबर 01 की निवासी थी. घटनास्थल पर मिला कंगन व बिछिया प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पूजा ने नदी में छलांग लगाने से पहले घाट पर अपनी स्कूटी की चाबी, चप्पल, दोनों हाथों का कंगन, पैरों की बिछिया, दुपट्टा और मास्क छोड़ दी थी. वह मोबाइल पर बात करते हुए कोसी बराज के फाटक संख्या 06 तक पहुंची और फिर ऊपर चढ़कर उत्तर दिशा की ओर बढ़ी. स्थानीय निवासी चंदर मुखिया को अनहोनी की आशंका हुई, तो वे पास के पुलिस चौकी में सूचना देने दौड़े, लेकिन तब तक पूजा नदी में छलांग लगा चुकी थी. स्कूल में मौजूद था पर्स व हेलमेट विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि पूजा रोजाना की तरह मंगलवार को भी समय से विद्यालय आयी थी. मध्याह्न भोजन के समय तक वह स्कूल में ही थी. निर्माण कार्य के कारण परिसर में अव्यवस्था थी, जिस कारण किसी को उनके बाहर जाने की भनक नहीं लगी. उनका पर्स और स्कूटी का हेलमेट अब भी स्कूल में ही मौजूद है. पूजा को हैं दो बच्चे जानकारी अनुसार पूजा की शादी 26 अप्रैल 2018 को जहानाबाद के बिररा वार्ड नंबर 02 निवासी संदीप कुमार यादव से हुई थी. उनके दो छोटे बच्चे एक साढ़े तीन साल की बेटी और ढाई साल का बेटा है. पूजा अपने पति और बच्चों के साथ वीरपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 09 स्थित किराए के मकान में रहती थी. पति संदीप बीपीएससी से शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं. भीमनगर में स्कूटी छोड़ रिक्शा से पहुंची थी कोसी बराज पूजा विद्यालय से निकलकर भीमनगर पहुंचीं, जहां उन्होंने अपनी स्कूटी खड़ी कर दी. स्कूटी कहां खड़ी की गई है, इसका अब तक पता नहीं चल सका है. वहां से उन्होंने एक सिटी रिक्शा लिया और कोसी बराज पहुंची. बच्चों के लिए स्वयं तैयार की थी नाश्ता पूजा के पति संदीप ने बताया कि सुबह वह रोज की तरह समय से उठी, बच्चों और खुद के लिए नाश्ता तैयार किया और फिर विद्यालय के लिए निकली. घटना की सूचना उन्हें करीब साढ़े 12 बजे मिली, जिसके बाद उन्होंने विद्यालय में संपर्क किया. सूचना मिलते ही बसंतपुर प्रखंड के कई शिक्षक और भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार घटना स्थल पहुंचे. लेकिन स्थानीय गोताखोरों, एपीएफ और नेपाल एनडीआरएफ की अथक कोशिशों के बावजूद शिक्षिका का पता का पता नहीं लगा सका. घटना ने पूरे शिक्षा जगत को मर्माहत कर दिया है. घटना का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है. स्थानीय प्रशासन मामले की गहराई से जांच कर रहा है.
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