सुपौल. हेमंत फाउंडेशन द्वारा विगत 16 फरवरी को भोपाल में आयोजित हेमंत स्मृति कविता सम्मान कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि आलोचक विजय बहादुर सिंह व मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के मंत्री संचालक वरिष्ठ साहित्यकार कैलाश चंद्र पंत द्वारा अरुणाभ सौरभ को उनके कविता संग्रह “मेरी दुनिया के ईश्वर ” के लिये 23वां हेमंत स्मृति कविता सम्मान प्रदान किया गया. कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन एवं मधुलिका सक्सेना द्वारा गायी सरस्वती वंदना से हुआ. जया केतकी ने मंच पर आसीन अतिथियों का स्वागत किया. वरिष्ठ साहित्यकार संतोष श्रीवास्तव ने अरुणाभ सौरभ की कविताओं का जिक्र करते हुए कहा कि अरुणाभ सौरभ की कविताएं प्रकृति में ईश्वर पाती हैं, ईश्वर में ईश्वर को खोज लेती हैं. फाउंडेशन की संस्थापक सचिव डॉ प्रमिला वर्मा ने हेमंत की यादों और उनकी कविताओं के बारे में अत्यंत मार्मिक प्रस्तुति दी. जिसे अंजना श्रीवास्तव ने मंच से पढ़कर सुनाया. मुख्य अतिथि डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने संबोधित करते हुए कहा कि हम बसंत में हेमंत का स्मरण कर रहे हैं. बसंत के बाद ही हेमंत आता है. विशिष्ट अतिथि मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विकास दवे ने कहा कि जब हम समाज की संवेदना को अपनी संवेदना से एक रूप करते हैं, तब साहित्य सृजन होता है. कार्यक्रम का संचालन मुजफ्फर इकबाल सिद्धिकी ने किया. भोपाल में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में टीकमगढ़, दिल्ली, अहमदाबाद, गुरुग्राम, मुंबई, कानपुर, जोधपुर, लखनऊ, सीहोर, विदिशा, रायपुर, इंदौर उज्जैन से आए हुए साहित्यकारों सहित भोपाल के साहित्यकारों एवं पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की.
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