प्रतिनिधि ,सीवान. महाराजगंज नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और अवैध वसूली का मामला सामने आया है. अधिवक्ता प्रफुल्ल रंजन व रामापाली निवासी धुरंदर यादव ने मुख्यमंत्री व डीएम को पत्र लिखकर नगर पंचायत में पदस्थापित सिविल इंजीनियर प्रभात तिवारी और कुछ निर्वाचित प्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिकायत में कहा गया है कि प्रभात तिवारी ने पीएमएवाई को अपनी निजी कमाई का जरिया बना लिया है. अपात्र लोगों का चयन कर लाभ पहुंचाया जा रहा है और लाभुकों से संगठित रूप से अवैध वसूली की जा रही है. धुरंदर यादव ने कहा है कि आवास देने के लिए मुझसे पांच हजार रिश्वत लिया गया है और मेरा काम भी नहीं किया जा रहा है. पहले से बने एक ही मकान को दिखाकर चार अलग-अलग व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने का भी आरोप है. शिकायतकर्ता का कहना है कि यदि 1 अप्रैल 2021 से 21 अगस्त 2025 तक जिन-जिन लोगों को इस योजना का लाभ दिया गया है. उनकी पात्रता की जांच सरकारी गाइड लाइन के अनुसार कराई जाए तो पूरे फर्जीवाड़े का सच सामने आ जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री व डीएम से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही प्रभात तिवारी की संपत्ति की जांच निगरानी विभाग अथवा आर्थिक अपराध इकाई से कराने का भी अनुरोध किया गया है. सिविल इंजीनियर प्रभात तिवारी ने कहा कि जो आरोप लगाया जा रहा है वह गलत और बेबुनियाद है. मुझ पर गलत काम कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. जिस व्यक्ति का मकान है वहीं योजना का लाभ लेना चाह रहा है. जांच के दौरान विभागीय अधिकारियों को इसके संबंध में जवाब दिया जायेगा.
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