दरौंदा. स्वास्थ्य सेवा में नर्सिंग की अहम भूमिका को को लेकर दरौंदा प्रखंड के धनौती स्थित दक्ष बीएससी नर्सिंग कॉलेज में गुरुवार को परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रचार प्रमुख राजेश पांडेय, डा मुकुल कुमार, हेमनारायण सिंह उपस्थित रहे. कॉलेज के निदेशक डॉ जितेश कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए नर्सिंग शिक्षा की प्रासंगिकता पर संक्षिप्त प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण नर्सिंग शिक्षा से ही समाज को समर्पित और सेवा भाव से परिपूर्ण नर्स तैयार किए जा सकते हैं. डॉ. मोहन सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ नर्सें होती हैं. डॉक्टर जहां उपचार करते हैं, वहीं मरीजों की दिन-रात सेवा करने का कार्य नर्सें करती हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड जैसे संकटों में नर्सों की भूमिका ने यह साबित कर दिया कि वे समाज की सच्ची सेवक हैं. उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे इस पेशे को केवल नौकरी का माध्यम न मानें, बल्कि सेवा, संवेदना और समर्पण की भावना से इसे निभाएं. राजेश पांडेय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सेवा को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है और नर्सिंग इसी सेवा परंपरा का जीवंत उदाहरण है.उन्होंने कहा कि नर्सिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें तकनीकी दक्षता के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं की भी सबसे ज्यादा जरूरत होती है.उन्होंने छात्रों से कहा कि वे ज्ञान के साथ-साथ व्यवहार में भी श्रेष्ठता लाएं, तभी वे एक सफल और आदर्श नर्स बन सकते हैं.कार्यक्रम में कई छात्र-छात्राओं ने नर्सिंग की सामाजिक उपयोगिता और आधुनिक स्वास्थ्य सेवा में नर्स की भूमिका जैसे विषयों पर विचार प्रस्तुत किए.मौके पर डा कृष्ण कुमार सिंह , हरिकांत सिंह ,श्रीकांत सिंह ,हरेन्द्र सिंह, भगवान बाबा ,जितेंदर सिंह, सन्त कुमार सिंह ,मृत्युंजय सिंह ,रूपेश कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, राकेश सिंह ,कुलदीप मिश्रा, भोला कुमार, उमाशंकर सिंह उपस्थित रहे.
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